लीमाः पेरू में चल रहे एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग वार्षिक शिखर सम्मेलन से इतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से शनिवार को मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘‘वह अमेरिका के नए प्रशासन यानि ट्रंप के साथ काम करने के लिए तैयार हैं। ’जिनपिंग ने कहा, ‘‘चीन और अमेरिका के संबंध न केवल दोनों देशों के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि यह मानवता और भविष्य के लिए भी अहम हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘सोच-समझ कर चयन करें। दो प्रमुख देशों के बीच बेहतर संबंध बनाने के लिए सही रास्ता तलाशें।’’
जिनपिंग ने अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप का नाम लिए बिना चुनाव प्रचार के दौरान आयात के संबंध में दिए गए उनके बयान पर चिंता जाहिर की और कहा कि इससे दोनों देशों के संबंधों पर असर पड़ सकता है। चीनी राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘ चीन, अमेरिका के नए प्रशासन के साथ सहयोग बढ़ाने और मतभेदों को दूर कर काम करने के लिए तैयार है, जिससे दोनों देशों के लोगों को इसका लाभ मिल सके।’’ जो बाइडेन ने भी अमेरिका-चीन संबंधों पर विस्तार से बातचीत की। बाइडेन ने कहा, ‘‘हम हमेशा एक-दूसरे से सहमत नहीं होते, लेकिन हमारी बातचीत हमेशा स्पष्ट रही है।’’ बाइडेन ने कहा, ‘‘हम दोनों के बीच हुई यह बैठक उन सभी गलत अनुमानों पर रोक लगाती है और यह सुनिश्चित करती है कि दोनों देशों के बीच प्रतिस्पर्धा संघर्ष में नहीं बदलेगी।
ट्रंप के बढ़ते प्रभाव के बीच पेरू में एपीईसी सम्मेलन संपन्न
लीमा में दो दिनों तक चली बैठकों के बाद एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपीईसी) मंच की बैठक शनिवार को सौहार्दपूर्ण माहौल में संपन्न हुई। अब कई लोगों को डर है कि यह वार्षिक शिखर सम्मेलन अगले चार वर्षों तक फिर नहीं दिखेगा। सम्मेलन में क्षेत्र की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की रणनीतियों पर चर्चा में केवल सामान्य बातों से आगे कुछ नहीं हुआ। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग सहित प्रशांत क्षेत्र की सीमा से लगी अर्थव्यवस्थाओं के 21 नेता इस सप्ताह पेरू की यात्रा पर ऐसे समय आए, जब अमेरिका के भावी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वैश्विक मुक्त व्यापार एजेंडे के नेतृत्व से अमेरिका को हटाने की कसम खाई है। (एपी)