अटलांटा: कुछ महीने पहले तक अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रतिद्वंद्वी रहे भारतीय मूल के अमेरिकी उद्योगपति विवेक रामास्वामी ने ट्रंप के अंतर्गत काम करने को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया है। रामास्वामी ने कहा है कि वैसे तो उनसे कहा नहीं गया है लेकिन वह ट्रंप प्रशासन में दूसरे नंबर (उपराष्ट्रपति पद) पर रहकर अपनी सेवा देने में ‘सम्मानित’ महसूस करेंगे। हालांकि रामास्वामी ने साफ किया कि इस बारे में ट्रंप के प्रचार अभियान दल ने उनसे संपर्क नहीं किया है। ‘आयोवा कॉकस’ में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद 38 साल के रामास्वामी 2024 में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्याशी की दौड़ से जनवरी में अलग हो गये थे।
पहले ज्यादा चर्चित नहीं थे विवेक रामास्वामी
बता दें कि ‘आयोवा कॉकस’ में ट्रंप के नाम पर मुहर लगी थी। पिछले दिनों अमेरिकी मीडिया ने खबर दी थी कि रामास्वामी इस पद की उम्मीदवारी में आगे चलने वालों में शामिल हो सकते हैं। वैसे राष्ट्रपति पद के लिए हाथ आजमाने की घोषणा करने से पहले वह ज्यादा चर्चित नहीं थे। अटलांटा में गुरुवार को राष्ट्रपति पद के लिए बाइडेन और ट्रंप के बीच हुई बहस से इतर बायो-टेक्नोलॉजी इंडस्ट्रियलिस्ट रामास्वामी ने कहा, ‘मैं डोनाल्ड ट्रंप के बारे में विभिन्न बातों में से एक के बारे में जो सोचता हूं, मैंने उनमें जो देखा है और जो असल में टेलीविजन पर नहीं आ पाता है, वह यह है कि वह दूसरे कार्यकाल के प्रति अधिक महत्वाकांक्षी हैं।’
‘भविष्य को लेकर हमारी ढेर सारी चर्चा हुई है’
रामास्वामी ने कहा कि ट्रंप पहले कार्यकाल की अपेक्षा दूसरे कार्यकाल में ज्यादा सफल होना चाहते हैं। रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद के लिए उनके निर्वाचित होने की संभावना के बारे में पूछे जाने पर रामास्वामी ने कहा कि वैसे तो उनसे अभी कहा नहीं गया है लेकिन वह ट्रंप प्रशासन में सेवा करने में ‘सम्मानित’ महसूस करेंगे। उन्होंने कहा,‘भविष्य को लेकर हमारी ढेर सारी चर्चा हुई है। उन्होंने मुझे उपराष्ट्रपति बनने के लिए नहीं कहा है लेकिन वह जिसे भी कहते हैं, उसमें इस देश की सेवा करने तथा अमेरिका प्रथम के एजेंडे को और आगे ले जाने की जबरदस्त क्षमता होगी।’ (भाषा)