संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि दुनिया की आबादी 15 नवंबर को 8,000,000,000 यानी आठ अरब तक पहुंच गई है। इनमें से एक अरब लोग पिछले 12 साल में जुड़े हैं। बढ़ती वैश्विक चुनौतियों के बीच चीन को पीछे छोड़ते हुए भारत का अगले साल दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बनना तय है। संयुक्त राष्ट्र की विश्व जनसंख्या संभावना 2022 रिपोर्ट में कहा गया है कि अगले एक अरब लोगों के इन आठ देशों- कांगो, मिस्र, इथियोपिया, भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस और तंजानिया से आने का अनुमान है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत 2023 में दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन से आगे निकलने की राह पर है।
आधी आबादी अभी भी सिर्फ सात देशों में रहती है: चीन, भारत, अमेरिका, इंडोनेशिया, पाकिस्तान, नाइजीरिया और ब्राजील। संयुक्त राष्ट्र ने आठ अरब के निशान को "मानवता के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर" बताया और कहा, "यह अभूतपूर्व वृद्धि सार्वजनिक स्वास्थ्य, पोषण, व्यक्तिगत स्वच्छता और चिकित्सा में सुधार के कारण मानव जीवन में क्रमिक वृद्धि के कारण है।"
वैश्विक जीवन प्रत्याशा 72.8 वर्ष हुई
संयुक्त राष्ट्र ने इस बात पर भी जोर दिया कि अगर 20वीं शताब्दी के उत्तरार्ध में एक बड़ी वृद्धि हुई थी, तब भी जनसंख्या वृद्धि अब धीमी हो सकती है। साल 2019 तक वैश्विक जीवन प्रत्याशा 72.8 वर्ष है, जो 1990 के बाद से लगभग नौ वर्षों की वृद्धि है। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने पहले कहा था, "यह हमारी विविधता का जश्न मनाने, हमारी सामान्य मानवता को पहचानने और स्वास्थ्य में प्रगति पर आश्चर्य करने का अवसर है, जिसने जीवनकाल बढ़ाया है और नाटकीय रूप से मातृ एवं बाल मृत्यु दर में कमी आई है।"