संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक मंगलवार को यानी आज दुनिया की आबादी 8 अरब हो जाएगी, जो इसे मानव विकास में एक मील का पत्थर मानते हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक वैश्विक जनसंख्या 2030 में करीब 8.5 बिलियन, 2050 में 9.7 बिलियन और 2100 में 10.4 बिलियन तक बढ़ने की उम्मीद है। सोमवार को जारी वार्षिक विश्व जनसंख्या संभावना रिपोर्ट में यह भी कहा है कि वैश्विक जनसंख्या 1950 के बाद से अपनी सबसे धीमी दर से बढ़ी है, जो 2020 में एक फीसदी से भी कम हो गई है।
इस साल विश्व की जनसंख्या में अचानक आई गिरावट
संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या निधि विभाग के रेचल स्नो के मुताबिक 1960 में एक उच्च स्तर तक आने के बाद विश्व की जनसंख्या में अचानक गिरावट देखने को मिली। साल 2020 में यह एक फीसदी से नीचे थी। साल 2050 तक यह आंकड़ा प्रजनन दर गिरने के चलते 0.5 फीसदी तक गिर सकता है। साल 2021 में यह एक महिला के जीवनभ की औसत प्रजनन दर 2.3 फीसदी थी। यह 1950 के मुकाबले 5 फीसदी गिर गई। संयुक्त राष्ट्र के अनुमान के मुताबिक साल 2050 तक एक महिला की जीवनभर की औसत प्रजनन दर 2.1 हो जाएगी।
लोगों की आयु बढ़ने का अनुमान
खास बात यह है कि इन सबके बीच लोगों की आयु बढ़ने का भी अनुमान है। साल 2019 में व्यक्ति की औसत उम्र 77.2 थी। यह साल 1990 के मुकाबले 9 साल ज्यादा है। संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि साल 2050 तक व्यक्ति की औसत उम्र 77.2 साल हो जाएगी। इस तरह प्रजनन दर में गिरावट के साथ-साथ लोगों की उम्र साल 2022 में 65 साल से दस फीसदी बढ़ जाएगी और साल 2050 तक यह 16 फीसदी बढ़ जाएगी।
भारत सहित इन देशो में ज्यादा बढ़ेगी जनसंख्या
संयुक्त राष्ट्र का अनुमान है कि साल 2050 तक होने वाली जनसंख्या वृद्धि का आधे से ज्यादा हिस्सा महज 8 देशों में होगा। इनमें डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो, इजिप्ट, इथियोपिया, भारत, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस और तंजानिया शामिल हैं।