वाशिंगटनः अमेरिका में भारतीय छात्रों की लगातार हो रही मौतों ने अभिभावकों के दिल में भारी दहशत पैदा कर दी है। भारतीय विदेश मंत्रालय भी किसी न किसी बहाने भारतीय छात्रों की मौत के मामले लगातार सामने आने से हैरान है। भारत अमेरिका के सामने इस मुद्दे पर अपनी चिंता भी जाहिर कर चुका है। मगर भारतीय छात्रों की एक के बाद एक की मौत होने का सिलसिला नहीं थम रहा। अब इस पूरे मामले पर एक बड़ा खुलासा हुआ है। छात्रों की मौत की वजह बताने वाली जो रिपोर्ट सामने आई है, वह आपको भी हैरान कर देगी।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि अमेरिका में भारतीय छात्रों की मौत ब्लू व्हेल चैलेंज से जुड़ी हो सकती है। अब आप सोच रहे होंगे कि कोई समुद्री ब्लू व्हेल इन भारतीय छात्रों को अपना निवाला बना रही होगी, मगर सवाल ये भी होगा कि आखिर सारे छात्र ब्लू व्हेल के ही शिकार कैसे हो सकते हैं?...तो आपको बता दें कि यह ब्लू व्हेल कोई समुद्री मछली नहीं है, जिसके बारे में आप सोच रहे हैं, बल्कि यह ब्लू व्हेल चैलेंज एक ऑनलाइन गेम है, जिसमें जिंदगी चुनौती बन जाती है और मौत उसका मुकाम।
क्या होता है ब्लू व्हेल चैलेंज गेम
ब्लू व्हेल चैलेंज एक ऑनलाइन गेम है, जिसमें प्रतिभागियों को प्रदर्शन करने का साहस दिया जाता है, जो 50 स्तरों पर और अधिक कठिन हो जाता है। अमेरिकी कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में पढ़ने वाले भारतीयों के लिए उनकी मौत अब तक पहेली बनी हुई है। मगर ब्लू व्हेल चैलेंज का दावा अगर सच है तो यह काफी गंभीर घटना है। बीते मार्च में प्रथम वर्ष के एक छात्र ने इसी ब्लू व्हेल चैलेंज गेम को खेलते समय अपनी जान ले ली थी। यह अमेरिका में इस तरह की मौत का भारतीय छात्रों का पहला संज्ञान में आया मामला था। समझा जाता है कि "ब्लू व्हेल चैलेंज" नामक एक भयावह ऑनलाइन गेम है। इसी लिए इसे "आत्मघाती खेल" कहा गया है। मैसाचुसेट्स विश्वविद्यालय में प्रथम वर्ष का छात्र था। वह 8 मार्च को मृत पाए गया था। वह इसी गेम का शिकार हुआ था।
आत्महत्या के रूप में की जा रही मामले की जांच
ब्रिस्टल काउंटी डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी के प्रवक्ता ग्रेग मिलियोट ने कहा कि मामले की जांच "स्पष्ट आत्महत्या" के रूप में की जा रही है। उनकी मौत को व्यापक रूप से एक हत्या के रूप में रिपोर्ट किया गया था, जिसमें उन्हें बोस्टन विश्वविद्यालय में नामांकित के रूप में गलत पहचान दी गई थी। कहा गया कि उसे लूट लिया गया था और उसका शव जंगल में एक कार में पाया गया था। बोस्टन ग्लोब अखबार ने बाद में छात्र की पहचान नाम से की।
भारत सरकार 2017 में इस गेम को आत्महत्या के लिए उकसाने वाला बताया था
भारत सरकार वर्षों पहले इस खेल पर प्रतिबंध लगाना चाहती थी, लेकिन इसके बजाय एक अधिक विस्तृत सलाह पर विचार किया गया। आईटी मंत्रालय ने गेम के उद्भव के एक साल बाद 2017 में जारी एक सलाह में कहा, "ब्लू व्हेल गेम (आत्महत्या गेम) आत्महत्या के लिए उकसाने वाला है।" इस गेम में छात्र की मौत के बारे में विशेष रूप से पूछे जाने पर, मिलियोट ने कहा, "हमें इस पर कोई जानकारी नहीं है। मामले की जांच स्पष्ट आत्महत्या के रूप में की जा रही है। हम मामले को बंद करने से पहले मेडिकल परीक्षक के अंतिम निष्कर्ष का इंतजार कर रहे हैं। यह घटना 22 मार्च को हुई थी।
उन्होंने शुक्रवार को एक टेक्स्ट और वॉयस कॉल संदेश का जवाब नहीं दिया।" रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह गेम सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर खेला जाता है। इसमें एक प्रशासक और एक भागीदार शामिल होता है। व्यवस्थापक 50-दिन की अवधि के लिए प्रतिदिन एक कार्य सौंपता है। शुरुआत में कार्य काफी अहानिकर होते हैं, लेकिन अंतिम चरण में खुद को नुकसान पहुंचाने के साथ वे उत्तरोत्तर कठिन होते जाते हैं। (आइएएनएस)
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