अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की पत्नी एवं देश की प्रथम महिला जिल बाइडन ने कहा कि वह भारतीय लड़कियों से बेहद प्यार करती हैं। वह पीएम मोदी की शिक्षा क्रांति की भी जमकर तारीफ करती नजर आईं। जिल ने कहा- भारत और अमेरिका के बीच शिक्षा एक आधारशिला है। उन्होंने सभी भारतीयों, विशेष रूप से लड़कियों को शिक्षा का अवसर उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना की है। जिल ने बुधवार को ये टिप्पणियां कीं, जब उन्होंने और मोदी ने नेशनल साइंस फाउंडेशन (एनएसएफ) द्वारा आयोजित ‘स्किलिंग फॉर फ्यूचर इवेंट’ में भाग लिया।
अमेरिका में प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘इस राजकीय यात्रा के साथ हम दुनिया के सबसे पुराने और विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्रों को एक साथ ला रहे हैं। हमारा रिश्ता सिर्फ सरकारों तक सीमित नहीं है। हम उन परिवारों तथा दोस्ती का जश्न मना रहे हैं जो दुनिया भर में बसे हैं, जो हमारे दोनों देशों के बीच संबंधों को महसूस करते हैं।’’ उन्होंने कहा कि वर्षों तक संबंधों को मजबूत करने के बाद अमेरिका-भारत साझेदारी गहरी हुई है, क्योंकि दोनों देश संयुक्त रूप से वैश्विक चुनौतियों से निपटते हैं।
जिल ने कहा भारतीय लड़कियों से इसलिए करती हूं प्यार
जिल बाइडन ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री महोदय मैं जानती हूं कि शिक्षा एक ऐसा मुद्दा है जो जितना मेरे दिल के करीब है उतना ही आपके भी है। आप यह सुनिश्चित करने के लिए काम रहे हैं कि सभी भारतीय, खासकर लड़कियां जिनसे मैं प्यार करती हूं, वह शिक्षित हो पाएं और हमारे आधुनिक कार्यबल के लिए उन्हें आवश्यक कौशल हासिल करने का अवसर मिले। यह बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे स्कूलों और व्यवसायों द्वारा यहां छात्रों के लिए बनाए जा रहे कुछ नवीन कार्यक्रमों को आपको दिखाकर बेहद खुशी हुई।’’
अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए बच्चों में निवेश जरूरी
एनएसएफ का नेतृत्व भारतीय-अमेरिकी डॉ सेतुरमन पंचनाथन कर रहे हैं। जिल बाइडेन ने कहा, ‘‘ यदि हम अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाना चाहते हैं तो हमें बच्चों में निवेश करने की जरूरत है जो हमारे भविष्य हैं। हमें यह सुनिश्चित करने की जरूरत है कि उन्हें वे अवसर उपलब्ध हों, जिनके वे हकदार हैं।‘‘शिक्षा, भारत और अमेरिका के बीच एक आधारशिला है--जिसे हम पीएम मोदी की इस यात्रा के साथ मजबूत करने की उम्मीद कर रहे हैं।
हमारे विश्वविद्यालय एक दूसरे के साथ साझेदारी कर रहे हैं और शोध कर रहे हैं। और, जैसा कि हमने यहां देखा है कि, दोनों देशों के छात्र एक बेहतर विश्व का निर्माण कर रहे हैं। साथ मिलकर काम कर हम हर किसी के लिए एक सुरक्षित, स्वास्थ्यकर, अधिक समृद्ध भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।’’ प्रथम महिला रहने के दौरान जिल नार्दन वर्जीनिया कम्युनिटी कॉलेज में अंग्रेजी का अध्यापन भी जारी रखी हुई हैं, जहां वह 2009 से प्रोफेसर हैं। (भाषा)
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