विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक टेड्रोस अदनोम गेब्रेयेसस ने कहा कि संगठन चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों की खबरों को लेकर ‘‘बेहद चिंतित’’ है, क्योंकि देश ने अपनी ‘शून्य कोविड’ नीति को मोटे तौर पर छोड़ दिया है, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में लोग संक्रमित हो रहे हैं। टेड्रोस ने बुधवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में ये बातें कही हैं।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी को चीन में कोविड-19 की गंभीरता, विशेषकर अस्पतालों और गहन देखभाल इकाइयों में भर्ती मरीजों को लेकर और अधिक जानकारी की आवश्यकता है, ताकि ‘‘जमीन पर स्थिति का व्यापक जोखिम आकलन’’ किया जा सके। उन्होंने कहा, ‘‘चीन में गंभीर बीमारी के बढ़ते मामलों की खबरों के बीच बदल रही स्थिति को लेकर डब्ल्यूएचओ बहुत चिंतित है।’’
नए वेरिएंट सामने आने की चेतावनी
इससे पहले, चीनी स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी कि चीन में कोरोना वायरस संक्रमण की एक नई लहर के परिणामस्वरूप नए स्वरूप सामने आ सकते हैं और इस घातक वायरस से निपटने के लिए अधिकारियों को अस्पतालों का एक राष्ट्रव्यापी नेटवर्क स्थापित करना पड़ेगा। पेकिंग यूनिवर्सिटी फर्स्ट अस्पताल के श्वसन विशेषज्ञ वांग गुआंगफा ने चेतावनी दी कि अगले पखवाड़े में बीजिंग में कोविड-19 के गंभीर मामले बढ़ सकते हैं। वांग ने सरकारी समाचार पत्र ‘ग्लोबल टाइम्स’ को बताया कि कि कोरोना संक्रमण की नई लहर से घिरे बीजिंग में चिकित्सा संसाधनों पर अतिरिक्त दबाव बढ़ रहा है।
चिकित्सा संसाधनों का पूरा होना जरूरी
उन्होंने कहा कि कोविड-19 मामलों के इलाज में सफलता दर बढ़ाने में चिकित्सा संसाधनों की कोई कमी न रहे, यह सुनिश्चित करना एक महत्वपूर्ण कारक है। उन्होंने कहा, ‘‘हमें अस्पतालों में वायरस से निपटने की सभी तैयारियां करनी चाहिए।’’