वाशिंगटन: भारत में लोकसभा चुनाव को लेकर पहले चरण के तहत शुक्रवार को देश की 102 सीटों पर मतदान हो रहा है। भारत में हो रहे आम चुनावों पर पूरी दुनिया की नजर है। इस बीच भारत में हो रहे लोकसभा चुनाव के लेकर अमेरिका की ओर से बड़ी बात कही गई है। अमेरिका ने कहा है कि वह भारत में कोई भी चुनाव पर्यवेक्षक नहीं भेज रहा है। अमेरिका भारत के साथ मजबूत संबंध चाहता है।
पूछा गया सवाल
अमेरिकी विदेश मंत्रालय की नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सहायक प्रेस सचिव वेदांत पटेल से जब पूछा गया, "पिछले 75 वर्षों से भारत दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के रूप में चुनाव आयोजित कर रहा है। भारत में शुरू हो रहा लोकसभा चुनाव दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक और सबसे बड़े चुनावों का एक और इतिहास बनाएगा। जून के दूसरे सप्ताह में भारत के लोग एक नई सरकार चुनेंगे। क्या अमेरिका इस चुनाव को लेकर कोई पर्यवेक्षक या कोई प्रतिनिधिमंडल भेज रहा है।
सवाल का जवाब
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पूछे गए इस सवाल का जवाब सहायक प्रेस सचिव वेदांत पटेल ने दिया। पटेल ने कहा भारत में जारी लोकसभा चुनावों के बीच उनका देश वहां कोई चुनाव पर्यवेक्षक नहीं भेज रहा है। अमेरिकी विदेश की तरफ से यह भी कहा गया कि वो भारत में साझेदारों के साथ अपने सहयोग को गहरा और मजबूत करने के लिए उत्सुक है। विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ‘‘मुझे अमेरिका द्वारा कोई पर्यवेक्षक भेजे जाने की जानकारी नहीं है। हम भारत जैसे उन्नत लोकतांत्रिक देशों में चुनावों के मामले में आम तौर पर ऐसा नहीं करते हैं।’’
भारत है अहम
विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने इस दौरान यह भी कहा, ‘‘हम भारत में अपने साझेदारों के साथ अपने सहयोग को गहरा और मजबूत करने के लिए निश्चित रूप से उत्सुक हैं।’’ उन्होंने एक सवाल के जवाब में रूस-यूक्रेन संघर्ष या गाजा में जारी युद्ध के मद्देनजर शांति स्थापित करने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत विश्व के नेताओं द्वारा भूमिका निभाने के विचार का स्वागत किया। (भाषा)
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