America News: भारतीय राजदूत तरनजीत संधू के साथ न्यूयॉर्क में बदसलूकी होने की घटना पर बवाल मचा हुआ है। खालिस्तान समर्थकों ने भारतीय राजदूत संधू के साथ झूमाझटकी की थी। इन लोगों ने भारतीय राजदूत के सामने खालिस्तानी झंडे भी लहराए। भारतीय राजदूत न्यूयॉर्क के एक गुरुद्वारे में गए थे। इस घटना पर यूएस के सिख संगठन ने भारतीय राजदूत के समर्थन में आवाज उठाई है।
अमेरिका की एक सिख संस्था ने देश में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू के साथ न्यूयॉर्क स्थित एक गुरुद्वारे में धक्का-मुक्की किए जाने की घटना की निंदा की है। यही नहीं, सिख संस्था ने गुरुद्वारा प्रबंधन से इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। सिख ऑफ अमेरिका नामक संस्था ने सोमवार (27 नवंबर) को जारी एक बयान में कहा कि गुरुद्वारा एक पूजा स्थल है और लोगों को यहां आकर व्यक्तिगत राजनीतिक विचारों को दूर रखना चाहिए।
सिख ऑफ अमेरिका के संस्थापक ने कही ये बात
सिख ऑफ अमेरिका के संस्थापक और अध्यक्ष जसदीप सिंह जस्सी और इसके अध्यक्ष कंवलजीत सिंह सोनी ने एक संयुक्त बयान में कहा, 'हम गुरुद्वारा साहिब के प्रबंधन से इन उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की अपील करते हैं, ताकि न्यूयॉर्क में शांतिप्रिय सिख समुदाय बिना किसी डर या दबाव के कभी भी गुरुद्वारों में आ सके।'
क्या था पूरा मामला?
भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू न्यूयॉर्क के लॉन्ग आइलैंड में हिक्सविले गुरुद्वारे गए थे। इसी दौरान खालिस्तान समर्थकों के एक समूह ने उन्हें घेर लिया और धक्का मुक्की करने लगे। ये लोग आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या से बौखलाए हुए थे। हालांकि समय रहते संधू वहां से बाहर निकल गए। भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू गुरुपर्व के अवसर पर प्रार्थना करने के लिए गुरुद्वारे गए थे। उनका वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में संधू संग खालिस्तान समर्थकों को धक्का-मुक्की करते देखा जा सकता है।