पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर संयुक्त राज्य अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने गहरा शोक व्यक्त किया। ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका-भारत संबंधों को मजबूत करने में मनमोहन सिंह ने एक महत्वपूर्ण भूंमिका निभाई। ब्लिंकन ने डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व की प्रशंसा की और कहा कि उन्होंने भारत में आर्थिक सुधारों को आगे बढ़ाने, अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्हें अमेरिका-भारत असैन्य परमाणु सहयोग समझौते सहित संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत को करीब लाने के लिए उनके समर्पण को हमेशा याद रखा जाएगा।
ब्लिंकन ने कहा, " पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर संयुक्त राज्य अमेरिका भारत के लोगों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता है। डॉ. सिंह अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी के सबसे बड़े समर्थकों में से एक थे और उनके काम ने पिछले दो दशकों में हमारे देशों द्वारा एक साथ मिलकर हासिल की गई अधिकांश उपलब्धियों की नींव रखी।
उन्हें आर्थिक सुधारों के लिए याद किया जाएगा- ब्लिंकन
ब्लिंकन ने कहा कि अमेरिका-भारत असैन्य परमाणु सहयोग समझौते को आगे बढ़ाने में उन्होंने जिस तरह से नेतृत्व किया, उसके कारण यह संकेत मिला कि अमेरिका-भारत संबंध काफी बेहतर हो सकते हैं। इसी वजह से दोनों देशों ने आपस में संबंध बेहतर करने की पहल शुरू की। ब्लिंकन के अनुसार भारत में, डॉ. मनमोहन सिंह को उनके आर्थिक सुधारों के लिए याद किया जाएगा, जिसने भारत के तेज आर्थिक विकास को गति दी। उन्होंने कहा "हम डॉ. सिंह के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं और संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत को एक साथ लाने के उनके समर्पण को हमेशा याद रखेंगे।"
घर पर बेहोश हो गए थे मनमोहन
मनमोहन सिंह का गुरुवार शाम को 92 वर्ष की आयु में आयु संबंधी बीमारियों के कारण दिल्ली के एम्स में निधन हो गया। घर पर वह अचानक बेहोश हो गए थे, जिसके बाद उन्हें दिल्ली एम्स ले जाया गया। दिल्ली एम्स ने एक बयान में कहा "बहुत दुख के साथ, हम पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के 92 वर्ष की आयु में निधन की सूचना देते हैं। उनका उम्र से संबंधित चिकित्सा स्थितियों के लिए इलाज किया जा रहा था और 26 दिसंबर 2024 को वह घर पर अचानक बेहोश हो गए थे। घर पर तुरंत इलाज शुरू किए गया। उन्हें रात 8:06 बजे नई दिल्ली के एम्स में मेडिकल इमरजेंसी में लाया गया। तमाम कोशिशों के बावजूद उन्हें बचाया नहीं जा सका और रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।"
33 साल राज्यसभा सांसद रहे
डॉ. मनमोहन सिंह 33 साल तक सेवा देने के बाद इस साल की शुरुआत में राज्यसभा से सेवानिवृत्त हुए। 1932 में पंजाब में जन्मे, उन्होंने 2004 से 2014 तक भारत के प्रधान मंत्री के रूप में दो कार्यकाल पूरे किए। उन्होंने पहली बार 2004 के लोकसभा चुनावों में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाले एनडीए को हराकर कांग्रेस पार्टी की जीत के बाद पदभार संभाला था। उन्होंने 2009 से 2014 तक दूसरा कार्यकाल पूरा किया और 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्थान लिया। (इनपुट- एएनआई)