खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले में भारत और कनाडा के बीच छिड़े कूटनीतिक विवाद में अमेरिका ने फिर बड़ा बयान दिया है। बता दें कि अमेरिका का प्रमुख सहयोगी होने के नाता कनाडा उस पर लगातार भारत के खिलाफ बोलने के लिए दबाव डाल रहा है। कनाडा द्वारा अमेरिका, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों से भारत की निंदा कराने का प्रयास फेल हो चुका है। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो इससे काफी हताश हैं। मगर वह लगातार 5 आईज नेटवर्क के सहयोगी देशों से भारत के खिलाफ आवाज उठाने के लिए दबाव डाल रहे हैं। अब अमेरिका ने भारत-कनाडा के बीच बढ़ते तनाव के मद्देजनर पूरे मामले की पूर्ण और निष्पक्ष जांच की सिफारिश की है।
अमेरिका ने कहा है कि कनाडा के ब्रिटिश कोलंबिया में इस साल की शुरुआत में एक अलगाववादी सिख नेता की हत्या में भारत की संलिप्तता को लेकर उसके (कनाडा के) आरोपों की पूर्ण और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने मंगलवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘हमें लगता है कि इस तरह के चिंताजनक आरोपों की पूर्ण और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कनाडा का कहना है कि वह पूर्ण और निष्पक्ष जांच करने के लिए प्रतिबद्ध है और हमारा मानना है कि भारत सरकार को इसमें सहयोग करना चाहिए।
भारत भी है अमेरिका का प्रमुख भागीदार
इस वक्त भारत-अमेरिका का प्रमुख भागीदार बना हुआ है। दोनों देश एक दूसरे के रणनीतिक साझेदार भी हैं। ऐसे में अमेरिका खुलकर भारत के खिलाफ बोलने से बच रहा है। कनाडा ने भारत पर ब्रिटिश कोलंबिया में सिख अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में शामिल होने का आरोप लगाया है। भारत ने आरोपों को ‘‘निराधार’’ बताया है और कहा है कि कनाडा आतंकवादियों के लिए पनाहगाह बन गया है। मिलर ने कहा, ‘‘हम स्पष्ट रूप से कनाडा की स्थिति को लेकर काफी चिंतित हैं। हमने अपने कनाडाई समकक्षों के साथ निकटता से सहयोग किया है और हमने भारत से जांच में सहयोग करने का आग्रह किया है और हम ऐसा करना जारी रखेंगे।’’ अधिकारी ने कहा कि भारत अमेरिका का एक महत्वपूर्ण भागीदार बना हुआ है। (भाषा)
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