Friday, November 22, 2024
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चीन राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सैन फ्रांसिस्को में आवभगत पर भड़के अमेरिकी सांसद, "दमनकारी को क्यों मिला ये सम्मान"?

सैन फ्रांसिस्को में अमेरिका-चीन सम्मेलन के दौरान चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की जरूरत से ज्यादा आवभगत किए जाने पर एक अमेरिकी सांसद भड़क उठे हैं। सांसद क्रिस स्मिथ ने कहा कि चीन उइगर मुसलमानों समेत अन्य के मानवाधिकार हनन का दोषी है और दूसरे देशों की जमीन हड़पता है। दमनकारी को ऐसी आवभगत क्यों दी गई?

Edited By: Dharmendra Kumar Mishra @dharmendramedia
Updated on: November 18, 2023 15:59 IST
शी जिनपिंग, चीन के राष्ट्रपति। - India TV Hindi
Image Source : AP शी जिनपिंग, चीन के राष्ट्रपति।

अमेरिका-चीन सम्मेलन के दौरान 15 नवंबर को जो बाइडेन और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच सैन फ्रांसिस्को में अहम वार्ता हुई थी। इस दौरान दोनों नेताओं ने अमेरिका और चीन के तनावपूर्ण रिश्तों में जमी बर्फ को पिघलाने और गलतफहमी दूर करने का प्रयास किया था। सैन फ्रांसिस्क में अमेरिकी कंपनियों ने चीनी राष्ट्रपति के लिए पलक पांवड़े बिछा दिए थे और शी जिनपिंग का जमकर स्वागत हुआ था। उनके भाषण के दौरान 2 बार खड़े होकर अमेरिकी कंपनियों के सीईओ ने तालियां भी बजाई थीं। मगर एक प्रभावशाली अमेरिकी सांसद ने जिनपिंग की इस आवभगत पर सवाल उठा दिया है। साथ ही अपनी नाराजगी भी जाहिर की है। 
 
अमेरिका के प्रभावशाली सांसद  क्रिस स्मिथ ने एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग (एपेक) शिखर सम्मेलन के इतर चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा आयोजित कार्यक्रमों में शामिल होने के लिए शीर्ष अमेरिकी कंपनियों की आलोचना की। स्मिथ ने कहा कि चिनफिंग की आवभगत करना मानवाधिकारों और कानून के शासन के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता के विपरीत है। सांसद ने कहा, “यह वाकई शर्मनाक है कि देश की कुछ सबसे बड़ी कंपनियों एप्पल, ब्लैक रॉक, बोइंग और फाइजर के अधिकारियों समेत अमेरिकी व्यापारिक नेताओं ने सैन फ्रांसिस्को में शी चिनफिंग के लिए भोज में एक नहीं, बल्कि दो बार खड़े होकर तालियां बजाईं।
 
स्मिथ ने चीन को बताया दमनकारी और मानवाधिकार विरोधी
स्मिथ चीन को लेकर कांग्रेस-कार्यकारी आयोग (सीईसीसी) के अध्यक्ष और विदेश मानवाधिकार मामलों से संबंधित सदन की उपसमिति के प्रमुख हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि शी चीन में मुख्य रूप से मुस्लिम उइगर, तिब्बती बौद्ध, फालुन गोंग को मानने वालों, ईसाइयों व मानवाधिकार कार्यकर्ताओं के दमन और हांगकांग में स्वतंत्रता पर रोक लगाने के लिए जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा, "ऐसे समय में जब चीन का दमन उसकी सीमाओं के भीतर और बाहर बढ़ता जा रहा है, शी चिनफिंग की आवभगत करना मानवाधिकारों और कानून के शासन के प्रति अमेरिका की प्रतिबद्धता के विपरीत है। ​ (भाषा) 

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