अमेरिका के एरिजोना प्रांत से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां खुद को पैगंबर बताने वाले एक शख्स की 20 पत्नियां हैं। इनमें से एक पत्नी की उम्र महज 9 साल है। अमेरिकी की फेडरल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी एफबीआई ने खुलासा किया है कि 20 पत्नियों में से एक इस शख्स की खुद की बेटी है। आरोपी का नाम सैमुअल रैपिल्ली बेटमैन है। वह बहु विवाह प्रथा का अभ्यास करने वाले मॉर्मन ग्रुप का नेता है। इसे लैटर डे सेंट के जीसस क्राइस्ट के फंडामेंटलिस्ट चर्च के रूप में भी जाना जाता है।
एफबीआई के अनुसार, साल 2019 में इस छोटे से समूह के 50 लोगों पर नियंत्रण हासिल करने के बाद सैमुअल ने खुद को पैगंबर कहना शुरू कर दिया और खुद ही बेटी से शादी करने की इच्छा जताई। एजेंसी का कहना है कि सैमुअल ने कम से कम 20 महिलाओं से शादी की है, जिनमें से अधिकतर नाबालिग हैं। इनमें से ज्यादातर की उम्र 15 साल से भी कम है। इन लड़कियों को जबरन बाल यौन तस्करी में धकेला जाता था।
कैसे हुआ सैमुअल के पाप का खुलासा
एफबीआई के दस्तावेजों से पता चलता है कि सैमुअल ने अपने तीन पुरुष शिष्यों को अपने सामने अपनी बेटियों के साथ यौन संबंध बनाने के लिए कहा था। सैमुअल इस जघन्य घटना को देखता रहा। इनमें से एक बेटी की उम्र महज 12 साल थी। उसने दावा किया कि इन लड़कियों ने ईश्वर की खातिर अपने पुण्य का त्याग किया है। भगवान उनके शरीर को फिर से ठीक कर देंगे। इस राक्षस का पता तब चला जब सितंबर में उसे स्थानीय पुलिस ने गिरफ्तार किया। तब सैमुअल ट्रेलर में कम उम्र की लड़कियों को एक जगह से दूसरी जगह भेज रहा था।
दरअसल इस ट्रेलर में फंसे बच्चों ने किसी तरह अपनी उंगली बाहर निकाली और पुलिस की नजर उस पर पड़ी। इसके बाद उन्हें इस ट्रेलर के अंदर से बाहर निकाला गया। वहीं सैमुअल की एसयूवी में दो महिलाएं और दो लड़कियां मिलीं, जिनकी उम्र 15 साल थी। इसके अलावा ट्रेलर से तीन लड़कियां मिलीं। इन सभी की उम्र 11 से 14 साल के बीच है। बच्चियों से बदसलूकी करने वाले सैमुअल को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ उनसे दुष्कर्म करने का मामला दर्ज किया गया है। हालांकि बाद में उसे जमानत मिल गई, लेकिन उसने सबूत नष्ट करना शुरू कर दिया था। इसके बाद उसे दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया। एफबीआई अब इस आरोपी के खिलाफ लगातार छापेमारी कर रही है।