US Midterm Election: अमेरिका की सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी के पांच भारतीय-अमेरिकी सांसदों ने जीत हासिल की है। राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, प्रमिला जयपाल और एमी बेरा ने मध्यावधि चुनाव में जीत दर्ज कर अमेरिका की प्रतिनिधि सभा में अपनी जगह पक्की कर ली है। कई भारतीय-अमेरिकियों ने राज्य विधायिका चुनाव में भी जीत दर्ज की। भारतीय-अमेरिकी बिजनेसमैन और राजनेता श्री थानेदार मिशिगन से कांग्रेस के लिए चुनाव जीतने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी बने। उन्होंने रिपब्लिकन उम्मीदवार मार्टेल बिविंग्स को मात दी।
भारतीय-अमेरिकी सांसदों ने किसे दी शिकस्त
भारतीय-अमेरिकी 67 साल के थानेदार अभी मिशिगन के तीसरे जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं। इलिनॉयस के आठवें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट में राजा कृष्णमूर्ति (49) ने लगातार चौथी बार जीत दर्ज की। उन्होंने रिपब्लिकन के क्रिस डार्गिस को मात दी। कैलिफोर्निया के 17वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट में भारतीय-अमेरिकी रो खन्ना (46) ने रिपब्लिकन के रितेश टंडन को मात दी। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में इकलौती भारतीय-अमेरिकी सांसद प्रमिला जयपाल (57) ने रिपब्लिकन के क्लिफ मून को वाशिंगटन के सातवें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट में मात दी। कांग्रेस में सबसे लंबे समय तक सेवाएं देने वाले एमी बेरा (57) ने कैलिफोर्निया के सातवें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट में रिपब्लिकन की टामिका हैमल्टन को मात दी। राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, प्रमिला जयपाल और एमी बेरा पिछले सदन का भी हिस्सा थे।
राज्य विधायिका चुनाव में भी जीत
राज्य विधायीकाओं में भी भारतीय-अमेरिकियों ने जीत दर्ज की। मेरीलैंड में अरुणा मिलर (58) ने जीत दर्ज की और लेफ्टिनेंट गवर्नर पद पर काबिज होने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी राजनेता बनीं। हालांकि भारतीय-अमेरिकी संदीप श्रीवास्तव को टेक्सास के तीसरे कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट में कीथ सेल्फ के हाथों हार का सामना करना पड़ा। अमेरिका में भारतीय-अमेरिकी उम्मीदवारों की जीत इस छोटे जातीय समुदाय की बढ़ती महत्वकांक्षाओं को दर्शाती है, जो अमेरिका की करीब 33.19 करोड़ की आबादी का सिर्फ एक प्रतिशत हैं। मध्यावधि चुनाव से पहले डेमोक्रेटिक और रिपब्लिकन दोनों दलों ने भारतीय-अमेरिकियों को लुभाने की कोशिश की थी। समाचार पत्र ‘वाशिंगटन पोस्ट’ में शुक्रवार को प्रकाशित एक खबर में कहा गया था कि इस चुनाव में भारतीय-अमेरिकी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। मध्यावधि चुनाव के लिए आठ नवंबर को मतदान हुआ था।