वाशिंगटनः अमेरिका में नवंबर में होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव से पहले डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के बीच पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई। मंगलवार को पहली बार दोनों नेताओं के बीच एक मंच पर आमना-सामना हुआ। इस दौरान ट्रंप और हैरिस ने एक दूसरे पर जमकर हमला बोला। डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध से लेकर विदेश नीति और अर्थव्यवस्था के मुद्दे पर हैरिस और बाइडेन सरकार की खिंचाई की। इसके साथ ही कहा कि अगर 5 नवंबर को मैं चुनाव जीता तो रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म कर दूंगा।
ट्रंप ने अमेरिकी विदेश नीति, अर्थव्यवस्था, सीमा सुरक्षा और गर्भपात जैसे विषयों पर कमला हैरिस के साथ बाइडेन सरकार को आड़े हाथों लिया। यह बहस पेन्सिलवेनिया में 90 मिनट तक चली। इस बहस के दौरान रिपलब्लिकन पार्टी के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार ट्रंप और डेमोक्रेटिक पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार हैरिस ने आगामी चार साल के लिए अपना अलग-अलग नजरिया पेश किया, जिसे वे राष्ट्रपति बनने पर लागू करना चाहेंगे। उपराष्ट्रपति (59) ने अपनी पूरी बात को समेटते हुए अंत में टिप्पणी की, ‘‘मुझे लगता है कि आपने आज रात देश के लिए दो बिल्कुल अलग-अलग दृष्टिकोण सुने। एक जो भविष्य पर केंद्रित है और दूसरा जो अतीत पर केंद्रित है।
ट्रंप ने हैरिस से पूछा ये सवाल
78 वर्षीय ट्रंप ने हैरिस से पूछा- आखिर उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडेन और अपने नेतृत्व वाले प्रशासन में इन साढ़े तीन वर्षों के कार्यकाल में ये चीजें क्यों नहीं कीं। टूंप ने बहस के समापन में अपनी टिप्पणी में कहा, ‘‘उन्होंने इसी बात से शुरुआत की कि वह ऐसा करेंगी, वह वैसा करेंगी। वह इन सारी बेहतरीन चीजें करने वाली हैं। मगर अब तक उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया? इन सबको करने के लिए उनके पास साढ़े तीन साल का समय था। सीमा का विवाद सुलझाने के लिए उनके पास साढ़े तीन साल थे। रोजगार पैदा करने के लिए और जिन भी चीजों पर हमने बात की, इसके लिए उनके पास साढ़े तीन साल थे। उन्होंने तब ऐसा क्यों नहीं किया?’’ यह दूसरी ‘प्रेसीडेंशियल डिबेट’ थी लेकिन ट्रंप और हैरिस के बीच यह पहली बहस थी। पहली ‘प्रेसीडेंशियल डिबेट’ 27 जून को राष्ट्रपति जो बाइडेन और ट्रंप के बीच हुई थी। इस बहस में अपने निराशाजनक प्रदर्शन के बाद बाइडेन ने राष्ट्रपति पद की दौड़ से अपना नाम वापस ले लिया और नवंबर में होने वाले चुनाव में हैरिस के लिए पार्टी उम्मीदवार बनने का मार्ग प्रशस्त किया।
हैरिस ने दिया ट्रंप के सवाल का जवाब
कमला हैरिस ने कहा, ‘‘मेरा दृढ़ता से मानना है कि अमेरिका के लोग एक ऐसा राष्ट्रपति चाहते हैं जो इस बात के महत्व को समझे कि हमें एकसाथ आना चाहिए और जो चीजें हमें अलग करती हैं उसकी तुलना में हमारे बीच कई समानताएं हैं। मैं आपसे वादा करती हूं कि मैं सभी अमेरिकी नागरिकों की राष्ट्रपति बनूंगी।’’ ट्रंप ने कहा, ‘‘हर कोई जानता है कि मैं क्या करने जा रहा हूं। मैं करों में बहुत कटौती करूंगा और एक बेहतरीन अर्थव्यवस्था बनाऊंगा जैसा मैंने पहले किया था। हमारे पास सबसे बेहतरीन अर्थव्यवस्था थी। महामारी के कारण यह प्रभावित हुई। हमने महामारी के दौरान शानदार काम किया।’’ लेकिन जल्द ही बहस ने तीखा मोड़ ले लिया जब ट्रंप और हैरिस एक दूसरे पर झूठ बोलने का आरोप लगाते दिखे।
ट्रंप ने कहा हैरिस की विचारधारा है मार्क्सवादी
ट्रंप ने आरोप लगाया कि हैरिस मार्क्सवादी विचारधारा वाली हैं, जबकि हैरिस ने पूर्व राष्ट्रपति को अक्खड़ और एक ऐसा व्यक्ति कहा जो देश को पीछे की ओर धकेलना चाहता है। ट्रंप ने आरोप लगाया, ‘‘तीन-चार साल पहले उनका जो भी मानना था वह अब गौण है। वह अब मेरे नजरिए को अपनाती दिख रही हैं। लेकिन अगर वह राष्ट्रपति चुनी जाती हैं तो वह इसे बदल देंगी और यह हमारे देश के अंत का कारण बनेगा। वह एक मार्क्सवादी विचारधारा वाली महिला हैं। उनके पिता अर्थव्यवस्था में मार्क्सवादी प्रोफेसर थे और उन्होंने उन्हें (हैरिस को) इसकी बेहतर शिक्षा दी है।’’ ट्रंप ने दावा किया कि हैरिस बाइडेन प्रशासन में सीमा मामलों को देखती थीं। आप देखिए उन्होंने (इस बारे में) क्या किया है। मेरा मानना है कि 2.1 करोड़ लोग (प्रवासी) आते हैं। इनमें से ज्यादातर अपराधी हैं और यह अमेरिका की अर्थव्यवस्था के लिए ठीक नहीं है।
अफगानिस्तान के मुद्दे पर ट्रंप ने किया हैरिस पर हमला
पूर्व राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कई बार अफगानिस्तान का मुद्दा उठाया और कहा कि जिस तरह से वहां से अमेरिकी सेना को वापस बुलाया गया वह ‘‘अमेरिका के इतिहास में सबसे शर्मनाक पल था’’। इस पर हैरिस ने तालिबान के साथ उनकी बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि यह याद रखना चाहिए कि (सैनिकों की) वापसी किस हालात में हुई। ट्रंप ने दावा किया कि हैरिस ‘‘इजरायल से नफरत’’ करती हैं जिस पर उपराष्ट्रपति ने पलटवार करते हुए कहा कि ट्रंप ‘‘तानाशाहों’’ को पसंद करते हैं। हैरिस ने ट्रंप को संबोधित करते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति के तौर पर उन्होंने कई देशों के नेताओं से बात की है और उनका कहना है कि ‘‘आप बहुत अक्खड़ किस्म के व्यक्ति हैं।’’ ट्रंप बार-बार हैरिस और बाइडेन को कमजोर बताते रहे। (भाषा)
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