Highlights
- पाकिस्तान को मदद देगा अमेरिका
- बाढ़ से तबाह हुए कई इलाके
- बाढ़ के कारण अमेरिका देगा पैसा
US Aid to Pakistan: अमेरिका ने घोषणा की है कि वह पाई पाई को मोहताज पाकिस्तान की झोली में एक मिलियन डॉलर डालेगा। उसे ये मदद प्राकृतिक अपदाओं से लड़ने के लिए दी जाएगी। पाकिस्तान में भारी बारिश के कारण आई बाढ़ ने तबाही मचाई है। सबसे अधिक बलूचिस्तान प्रांत प्रभावित हुआ है। पाकिस्तान में आई भारी बारिश और बाढ़ ने 300 से अधिक लोगों की जान ले ली है। साथ ही लाखों लोग बेघर हुए हैं। हालांकि अमेरिका से मिल रही इस आर्थिक मदद के कई मायने निकाले जा रहे हैं। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान लगातार अमेरिका पर आरोप लगा रहे हैं कि उसी की वजह से साजिश रचकर उन्हें सत्ता से बाहर किया गया है। दूसरी तरफ वर्तमान प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ अमेरिका के साथ रिश्ते सुधारने की वकालत कर रहे हैं।
एंटोनी ब्लिंकन ने ट्वीट कर की घोषणा
अमेरिका के विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन ने ट्वीट करते हुए कहा है कि अमेरिका पाकिस्तान के साथ इस मुश्किल वक्त में खड़ा है और बाढ़ से पीड़ित लोगों को मदद देगा। प्राकृतिक आपदा के खिलाफ तैयार होने के लिए तत्काल एक लाख डॉलर की मदद के अलावा अतिरिक्त एक मिलियन डॉलर देने ही घोषणा की गई है। उन्होंने कहा है कि हम भविष्य में जलवायु संकट के प्रभावों को कम करने के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।
अमेरिकी दूतावास ने आश्वासन दिया
इससे पहले इस्लामाबाद में अमेरिकी दूतावास ने ट्वीट करते हुए कहा था कि अमेरिका पाकिस्तान में भीषण बाढ़ से हुई तबाही से उबर रहे लोगों के साथ खड़ा है। अमेरिकी राजदूत डोनाल्ड ब्लूम ने कहा कि उन्होंने मानवीय राहत के तौर पर मदद की घोषणा की है। जिसके तहत USAID मदद के तौर पर पाकिस्तान की प्रभावित आबादी को 100,000 डॉलर की मदद दी जाएगी। यह अंतरराष्ट्रीय आपदा सहायता फंडिंग सबसे कमजोर और प्रभावित समुदायों के लिए जीवन बचाने और पीड़ा को कम करने के लिए जरूरी सामान की खरीद में मदद करेगी।
अमेरिका सीधे देगा पाकिस्तान को मदद
राजदूत ने ये भी कहा है कि पाकिस्तान में बाढ़ और बारिश के कारण जानमाल का भारी नुकसान हुआ है। जिससे कई लोगों ने अपने रिश्तेदर, आजीविका और घरों को खो दिया है। हम मानवीय मदद की कोशिशों को समर्थन देने के लिए जमीन पर अपने सहयोगियों के साथ करीबी से काम कर रहे हैं। हालांकि राजदूत ने इस बारे में नहीं बताया कि ये मदद सीधे पाकिस्तान सरकार को दी जाएगी, या फिर यूनिसेफ या अफगानिस्तान की तरह अन्य अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के जरिए दी जाएगी। यहां तक कि अमेरिका को विश्वास भी नहीं है कि पाकिस्तान इस पैसे का इस्तेमाल बाढ़ पीड़ितों के लिए ही करेगा।
इमरान के कार्यकाल में बिगड़े थे रिश्ते
इमरान खान के प्रधानमंत्री के कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान और अमेरिका के रिश्ते बेहद बुरे दौर से गुजर रहे थे। यही वजह है कि इमरान खान ने रूस के प्रति अपना झुकाव दिखाया था। इमरान खान खुद से यह आरोप लगा चुके हैं कि उनके रूस दौरे की वजह से अमेरिका ने उन्हें प्रधानमंत्री की कुर्सी से हटाने के लिए साजिश रची थी। उन्होंने इतना तक कहा कि अमेरिका ने पाकिस्तानी राजदूत को धमकाया है। हालांकि बाद में शहबाज शरीफ की सरकार ने इमरान खान के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। अमेरिका ने भी इन आरोपों को बेबुनियादी बताया था।