वाशिंगटनः अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनॉल्ड ट्रंप पर एक हफ्ते पहले हुए हमले को लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने एक और बड़ा खुलासा किया है। जांच में यह बात सामने आई है कि हमलावर ट्रंप की हत्या की पूरी योजना बनाकर आया था। उसने रैली स्थल पर ट्रंप का कार्यक्रम शुरू होने से पहले पूरे इलाके में ड्रोन उड़ाकर रैकी भी की थी। ट्रंप कहां से खड़े होकर भाषण देंगे और उन्हें निशाना बनाने के लिए उसका किस प्वाइंट से हमला करना ज्यादा सटीक होगा, इस सब की हमलावर ने पहले ही रैकी कर ली। इसलिए उसने सीधे ट्रंप के सिर में गोली मारी थी। वह तो ट्रंप बहुत किस्मत वाले थे कि उसी समय ट्रंप का सिर उन तक गोली पहुंचने के कुछ सेकेंड पहले ही भाषण देते समय अपने आप दूसरी तरफ हो गया था। ऐसे में गोली उनके कान को छूते हुए निकल गई।
इस तरह बड़ी किस्मत से ट्रंप की जान बच गई। हमलावर ने एक नहीं, बल्कि ताबड़तोड़ कई गोलियां उन पर दागीं, लेकिन तब ट्रंप पहली गोली लगने के बाद ही जमीन पर बैठ गए थे। सुरक्षा गार्डों ने उन्हें चारों तरफ से बचाने के लिए घेर लिया था। इसके बाद ट्रंप पर दागी गई गोलियां रैली में मौजूद अन्य लोगों को जाकर लगी। इस दौरान एक व्यक्ति की मौत भी हो गई थी। ऐसा दावा किया जा रहा है कि डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की कोशिश करने वाले बंदूकधारी ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति के निर्धारित कार्यक्रम से पहले पेनसिल्वेनिया रैली स्थल के आसपास ड्रोन उड़ाया था, ताकि कार्यक्रम से पहले जगह का जायजा लिया जा सके। यह जानकारी एक कानून प्रवर्तन अधिकारी ने शनिवार को दी।
एफबीआई ने बरामद किया ड्रोन
संघीय जांच ब्यूरो (एफबीआई) ने ड्रोन बरामद कर लिया है। दावा किया जा रहा है कि यह ड्रोन हमलावर ने रैली स्थल का जायजा लेने के लिए उड़ाया था। फिर उसी के अनुसार उसने योजना बनाई। उसने बेहद सटीक हमला किया था। मगर किस्मत अच्छी थी कि ट्रंप की जान बच गई। एफबीआई पिछले शनिवार को रैली में 20 वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रुक्स द्वारा की गई गोलीबारी के मामले की जांच का नेतृत्व कर रही है। क्रुक्स ने उस ‘बटलर फार्म शो’ के मैदान के पास स्थित एक इमारत की छत से कई गोलियां चलाईं, जहां ट्रंप भाषण दे रहे थे।
इसके बाद ‘सीक्रेट सर्विस’ के स्नाइपर की गोली लगने से क्रुक्स की मौत हो गई। ड्रोन का विवरण देने वाले अधिकारी इस मामले पर सार्वजनिक रूप से बयान देने के लिए अधिकृत नहीं हैं और उन्होंने उनका नाम न छापने की शर्त पर ‘एसोसिएटेड प्रेस’ से बात की। ड्रोन के बारे में विस्तृत जानकारी सबसे पहले ‘वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने दी थी। रैली के दौरान हुए हमले में एक गोली ट्रंप के कान को छूते हुए निकल गई थी। ट्रंप को निशाना बनाकर की गई गोलीबारी में 50 वर्षीय अग्निशमन कर्मी कोरी कॉम्पेरेटोरे की मौत हो गई थी और दो अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
जख्म से उबर रहे ट्रंप
अमेरिका में नवंबर में प्रस्तावित राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप 13 जुलाई को पेनसिल्वेनिया में हत्या के प्रयास के दौरान उन्हें लगी गोली के जख्म से उम्मीद के मुताबिक उबर रहे हैं। शनिवार को साथी अमेरिकियों को जारी एक ज्ञापन में डॉ.रॉनी एल जैक्सन ने कहा कि ट्रंप पर हुए जानलेवा हमले के बाद पूरी दुनिया की तरह वह भी उनकी सेहत को लेकर बहुत चिंतित था। डॉ.जैक्सन ने कहा, ‘‘लिहाजा मैं उस दिन देर शाम बेडमिंस्टर, न्यू जर्सी में उनसे व्यक्तिगत रूप से मिला और हर संभव मदद देने की पेशकश की। मैं उस समय से ही राष्ट्रपति ट्रंप के साथ हूं और रोजाना उनके जख्म को देख रहा और उसका इलाज कर रहा है।’’ उन्होंने कहा, "वह ठीक हो रहे हैं। (एपी)