
वाशिंगटन: अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रूबियो इस सप्ताह के अंत तक अपने पहले विदेश दौरे पर मध्य अमेरिका जाएंगे और इस दौरान वह अवैध आव्रजन पर अंकुश लगाने जैसी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की शीर्ष प्राथमिकताओं पर जोर देंगे। वह यह संदेश देने का भी प्रयास करेंगे कि क्षेत्रीय नेताओं के तीखे विरोध के बावजूद अमेरिका पनामा नहर पर नियंत्रण पुनः हासिल करना चाहता है।
ट्रंप की कैबिनेट में अपना पदभार संभालने के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्रा होगी। मार्को रूबियो ट्रंप के बेहद करीबियों में हैं। वह विभिन्न मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखने के लिए जाने जाते हैं। अमेरिका के शीर्ष राजनयिक के लिए मध्य अमेरिका की यात्रा असामान्य मानी जाती है क्योंकि पूर्ववर्तियों ने सामान्य तौर पर प्रारंभिक यात्रा के लिए यूरोप या एशिया को प्राथमिकता दी।
इमीग्रेशन है मुख्य मुद्दा
रूबियो ने शुक्रवार को ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ में लिखा, ‘‘यह कोई संयोग नहीं है कि विदेश मंत्री के रूप में अपनी पहली विदेश यात्रा के लिए मैंने अपने नजदीकी देश को चुना।’’ अवैध आव्रजन और मादक पदार्थों की तस्करी पर अंकुश लगाना ट्रंप प्रशासन की शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है। इसके साथ ही पनामा नहर पर अमेरिका का नियंत्रण पुन: हासिल करके पश्चिमी गोलार्ध में चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकना भी उसकी प्राथमिकताओं में है। अमेरिका द्वारा निर्मित इस नहर को 1999 में पनामावासियों को सौंप दिया गया था और वे इसे वापस सौंपने की ट्रंप की मांग पर कड़ा विरोध जता रहे हैं। एक फरवरी (एपी)