
वाशिंगटनः अमेरिका के नये राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक फैसले ने देश की सभी गर्भवतियों में हड़कंप मचा दिया है। अस्पतालों में समय पूर्व डिलीवरी करवाने के लिए गर्भवतियों की भीड़ लग रही है। इससे डॉक्टर भी हैरान हैं। आखिर ट्रंप ने ऐसा क्या ऐलान कर दिया है, जिससे महिलाएं समय से पहले डिलीवरी करवाने के लिए कुछ भी तकलीफ सहने को तैयार हैं, अमेरिका के गर्भवतियों को ट्रंप ने क्या टेंशन दे दी है, जिससे उनका चैन-सुकून हराम हो गया है?... आइये आपको पूरा मामला समझाते हैं।
दर असल न्यू इमिग्रेशन पॉलिसी के तहत डोनाल्ड ट्रंप ने ऐलान किया है कि अमेरिका में प्रवासियों के लिए जन्म से मिलने वाली नागरिकता का प्रावधान अब खत्म हो जाएगा। यानि इसका सीधा सा मतलब है कि जो लोग अमेरिका में जाकर बस गए हैं या जॉब कर रहे हैं, अगर उनको कोई बच्चा होता है तो अब उसे अमेरिकी नागरिकता नहीं मिलेगी। इससे पहले अमेरिका में जन्मे बच्चे को वहां की नागरिकता आसानी से मिल जाती थी, उसके माता-पिता चाहे जिस देश के नागरिक हों। मगर ट्रंप ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेते ही ये बड़ा ऐलान कर दिया। इससे खलबली मची है।
20 फरवरी से पहले डिलीवरी कराने की होड़
अमेरिकी गर्भवतियां अस्पतालों में जाकर डॉक्टरों से समय से पूर्व यानि प्री-मेच्योर डिलीवरी करवाने के लिए निवेदन कर रही हैं। वह सभी 20 फरवरी से पहले ही अपने बच्चे को जन्म देना चाहती हैं। इसके पीछे की वजह यह है कि डोनाल्ड ट्रंप का जन्म से नागरिकता नहीं मिलने वाला कानून आगामी 20 फरवरी से लागू हो जाएगा। ऐसे में जो बच्चे 20 फरवरी के बाद पैदा होंगे, उन्हें अब अमेरिका की नागरिकता नहीं मिलेगी।