नासाऊ(अमेरिका): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नासाऊ में कहा कि यह साल दुनिया के लिए अहम है। दुनिया तनावों से गुजर रही है। वहीं भारत और अमेरिका लोकतंत्र के जश्न में हैं। एक तरफ भारत में चुनाव हो चुका है तो अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होना है। भारत और अमेरिका के रणनीतिक संबंध दुनिया की भलाई के लिए है। इसके बाद उन्होंने प्रवासी भारतीयों को दिए तोहफे की याद दिलाते कहा कि सिएटल में हमार नया कांसुलेट खुल चुका है। 2 और कांसुलेट के लिए सुझाव मांगे थे। आपके सुझावों के बाद ह्यूस्टन और लॉस एंजेलस में 2 नए कांसुलेट खोलने का निर्णय लिया है।
मुझे यूनिवर्सिटी ऑफ ह्यूस्टन में तमिल दर्शन को दुनिया में पहुंचाने में मदद मिलेगी। आपका ये आयोजन वाकई शानदार रहा। यहां जो कल्चरल प्रोग्राम हुआ वह शानदार था। वेन्यू छोटा पड़ने से अन्य लोग नहीं आ सके। जिन साथियों से यहां मैं मिल नहीं पाया, उनसे क्षमा चाहता हूं। उनसे अगली बार कहीं और इवेंट में मुलाकात होगी। उत्साह और जोश ऐसा ही होगा। आप ऐसे ही स्वस्थ समृद्ध रहें और भारत -अमेरिका की दोस्ती को मजबूत करते रहें। प्रधानमंत्री ने कहा अब आप जल्द ही भारत में भी ओलंपिक के साक्षी बनेंगे। हम 2036 की ओलंपिक मेजबानी के लिए हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।
मैं देश के लिए जीना चाहता हूं-पीएम मोदी
नासाऊ में उन्होंने कहा कि मैं देश का पहला ऐसा प्रधानमंत्री हूं, जो आजादी के बाद पैदा हुआ हूं। इसलिए मुझे देश की आजादी के लिए मरने का सौभाग्य प्राप्त नहीं हुआ, मगर अब मैं देश के लिए जीना चाहता हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि सीएम और पीएम बनूंगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि गुजरात में सीएम बना तो 13 साल रहा और फिर लोगों ने प्रमोशन देकर मुझे पीएम बना दिया। हमारी सरकार के मॉडल की सफलता देश और दुनिया ने देखी है। अब देख के लोगों ने बहुत बड़े भरोसे के साथ मुझे ये तीसरा कार्यकाल सौंपा है। मैं स्वराज के लिए अपना जीवन समर्पण करूंगा।
पीएम मोदी ने कहा कि मेरा जीवन ऐसा रहा कि जहां रहा वहीं खा लिया, वहीं पी लिया, वहीं सो गया। समंदर से हिमालय की चोटियों तक गया। जीवन का फर्स्ट हैंड अनुभव लिया। पहले दिन से मेरा मिशन क्लियर था। मैंने अपने जीवन की दिशा कुछ और तय किया था, लेकिन नीयत ने मुझे राजनीति में पहुंचा दिया। देश की आजादी के लिए किसी कोई फांसी पर लटका, तो कोई गोलियां खाया। मगर हम देश के लिए मर नहीं पाए, लेकिन देश के लिए जी सकते हैं। देश की आजादी के लिए मरना हमारे नसीब में नहीं था, लेकिन जीना हमारे नसीब में है।
जनता ने हमें तीसरी बार अवसर दिया, तीन गुना शक्ति से करेंगे काम
पीएम मोदी ने कहा कि भारत की जनता के मैनडेट के बहुत मायने हैं। हमें तीसरी बार लगातार सत्ता में रहने का मौका दिया है। इसलिए तीसरे टर्म में बड़े लक्ष्य साधने हैं। हमें तीन गुना ताकत और तीन गुना गति के साथ आगे बढ़ना है। आज भारत की आइपीएल दुनिया की सबसे बड़ी लीग बन चुकी है। इतना ही नहीं, भारत की फिल्में दुनिया में धूम मचा रही हैं। आज हर देश भारत को ज्यादा से ज्यादा समझना और जानना चाहता है। कल ही अमेरिका ने हमारे करीब 300 पुराने शिलालेख और मूर्तियां लौटाई हैं, जो कभी हिंदुस्तान से कोई चोरी कर ले गया था। अभी तक अमेरिका ऐसी लगभग 500 धरोहरें भारत को लौटा चुका है। ये छोटी चीज लौटाने का विषय नहीं है। ये हमारी हजारों वर्षों की विरासत का सम्मान है। ये भारत का और आपका भी सम्मान है। मैं अमेरिका का इसके लिए आभारी हूं।
बीते 10 साल में भारत में हर सप्ताह 1 यूनिवर्सिटी बनी है
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की विकास गति को दर्शाते कहा कि आज भारत में हर सप्ताह एक यूनिवर्सिटी बन रही है। उन्होंने नालंदा के पुनरुद्धार का भी उदाहरण दिया। आप सभी नालंदा विश्वविद्यालय से परिचित होंगे। कुछ समय पहले ही भारत की नालंदा यूनिवर्सिटी नए अवतार में आई है। कहा कि हर दिन दो कालेज, हर दिन एक आआईटी, ट्रिपल आईटी की संख्या बढ़ी, एम्स की संख्या 3 गुना बढ़ गई है। मेडिकल कालेजों की संख्या भी दो गुनी हो चुकी है। टॉप ग्लोबल यूनिवर्सिटी में भी आज भारत में है। अभी तक दुनिया ने भारत के डिजाइनर का दम देखा, अब दुनिया डिजाइनिंग इन इंडिया का जलवा देखेगी।
भारत का हर घर सोलर पावर होम बनेगा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा भारत घरों से लेकर सड़कों तक हर घर को सोलर होम बनाने के रास्ते पर चल पड़ा है। रेलवे स्टेशन से लेकर अन्य संस्थान सोलर ऊर्जा से चलने जा रहे हैं। 21वीं सदी का भारत रिसर्च, इनोवेशन और नई टेक्नालॉजी के दम पर आगे बढ़ रहा है। 2014 में सिर्फ 5 शहरों में मेट्रो थी, आज भारत के 23 शहरों में है। आज भारत का दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है। इसका विस्तार हो रहा है। पहले भारत में केवल 70 शहरों में एयरपोर्ट थे। मगर 2014 में 140 शहरों में एयरपोर्ट हैं। 2014 में 100 से कम गांवों में ब्राडबैंड कनेक्टिविटी थी और 2 लाख पंचायतों में है। आज भारत में 310 मिलियन एलपीजी उपभोक्ता हो गए हैं। जिस काम में पहले सालों लग जाते थे वह काम अब महीनों में खत्म हो रहा है।
हर भारतीय चाहता है कि भारत जल्दी दुनिया की तीसरी अर्थव्यवस्था बने
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हर भारतीय चाहता है कि देश दुनिया की तीसरी बड़ी इकोनॉमी बने। लोगों के घर तक गैस, पानी और बिजली कनेक्शन मिला। करोड़ों ट्वाइलेट बने हैं। ऐसे करोड़ों लोग अब क्वालिटी लाइफ चाहते हैं। अब भारत के लोगों को केवल रोड नहीं, उन्हें शानदार एक्सप्रेस-वे चाहिए। उन्हें केवल रेल नहीं, हाईस्पीड ट्रेन चाहिए। भारत के हर शहर की अपेक्षा है कि मेट्रो चले, अपना एयरपोर्ट हो। हर नागरिक, हर गांव चाहता है कि उसके यहां दुनिया की बेस्ट सुविधाएं हों। इसका नतीजा हम देख रहे हैं।
हर हिंदुस्तानी को अपने चेस प्लेयर पर गर्व
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सबसे युवा देशों में एक है। भारत सपनों से भरा है, ऊर्जा से भरा है। आज ही एक और अच्छी खबर मिली है। चेस ओलंपियाड के पुरुष और महिला दोनों वर्ग में भारत को गोल्ड मिला है। अब एक और बात बताता हूं ये लगभग 100 साल के इतिहास में पहली बार हुआ है। दोनों चेस प्लेयर ने भारत के लिए गोल्ड जीता। एक और एआई है। एस्पेरेशनल इंडिया। यह नया फोर्स है, नई ऊर्जा है। आज करोड़ों भारतीयों की अकांक्षाएं भारत के विकास को चला रही हैं। हर अकांक्षा नए आविष्कार को जन्म देती है। एक दशक में भारत 10वें नंबर से 5वें नंबर की इकोनॉमी बन गया।
भारतीयों की तारीफ
पीएम मोदी ने कहा कि कल ही राष्ट्रपति बाइडेन डेलावेयर में मुझे अपने घर ले गए थे। उनकी आत्मीयता, उनकी गर्मजोशी मेरे लिए दिल छू लेने वाला क्षण था। ये सम्मान 140 करोड़ भारतीयों का है। ये सम्मान आपका है। आपके पुरुषार्थ का है। ये सम्मान यहां रहने वाले लाखों भारतीयों का है। मैं आजकल जहां भी जाता हूं, वहां भारतीयों की तारीफ सुनता हूं। भारतीय जहां भी रहते हैं वहां अपना योगदान करते हैं। आपने अमेरिका में डाक्टर, इंजीनियर और अन्य प्रोफेशनल्स के रूप में जो परचम लहराया है वो इसका प्रतीक है। यहां टी 20 कुछ समय पहले हुआ था, तो यूएसए की टीम क्या गजब खेली। उस टीम में यहां रह रहे भारतीयों का जो योगदान रहा है, उसे दुनिया ने देखा।
भारतीयों में दुनिया को जोड़ने की ताकत
पीएम मोदी ने कहा- भारतीयों में दुनिया को जोड़ने की ताकत है। यह ताकत भारतीयता है। यही वैल्यू हमें सहज रूप से विश्व बंधु बनाती है। मैं भारतीयों के समार्थ्य को समझता हूं। जो त्याग करते हैं वो ही भोग पाते हैं। भारतीयों में त्याग की क्षमता है। हम दूसरों का भला करके और त्याग करके सुख पाते हैं। हम किसी भी देश में रहें, लेकिन ये भावना नहीं बदलती। हम उस देश के वासी हैं, जहां सैकड़ों भाषाए हैं। फिर भी हम जहां जाते हैं वहीं रच बस जाते हैं। हम एक बनकर और नेक बनकर आगे बढ़ रहे हैं। सैकड़ों भाषाएं, बोलियां और जातियां होने के बावजूद हम एक हैं। यहीं इस हाल में देखिये कि कोई तमिल बोलता है, कोई पंजाबी, कोई मलयालम, कोई गुजराती, कोई मराठी। मगर सब एक हैं।
भारतीयों के टैलेंट का कोई मुकाबला नहीं
पीएम मोदी ने कहा कि आप भले सात समंदर पार आ गए हैं, लेकिन कोई समंदर इतना गहरा नहीं, जो आपके दिल में बसकर हिंदुस्तान को आपसे दूर कर सके। मां भारती ने जो हमें सिखाया है, वो हम कभी भी भूल नहीं सकते। हम जहां भी जाते हैं, सबको परिवार मानकर उनसे घुल मिल जाते हैं। आप दुनिया में अपना टैलेंट दिखा रहे हैं। इसका कोई मुकाबला नहीं। आप सब मेरे लिए हमेशा से भारत के सबसे मजबूत ब्रांड एंबेसडर रहे हैं। आप सबको मैं राष्ट्रदूत कहता हूं। आपने अमेरिका को भारत से और भारत को अमेरिका से कनेक्ट किया है। उन्होंने कहा कि दुनिया के लिए एआई का मतलब आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस है, लेकिन हमारे लिए एआई एक मतलब अमेरिकन और इंडियन भी है। हमारे लिए एआई स्पीड है। यही भारत अमेरिका रिश्तों को नई ऊंचाई दे रहा है। मैं भारतीय प्रवासियों को नमन करता हूं।
बिना नेता रहते मैंने अमेरिका का दौरा किया
पीएम मोदी ने लोगों से कहा-आपका प्यार हमारा सौभाग्य है। मुझे वो दिन याद है, जब मैं पीएम नहीं था, सीएम नहीं था और नेता भी नहीं था, उस दौर में मैं यहां जिज्ञासु के तौर पर आता था। मैं मन में कई सवाल लेकर आता था। मैं पहले भी अमेरिका के करीब 29 राज्य में दौरा कर चुका था। पीएम मोदी ने नमस्ते यूएस कहकर अपना संबोधन शुरू किया। कहा- अब अपना नमस्ते भी मल्टीनेशनल हो गया है। लोकल से नमस्ते ग्लोबल हो गया है और ये सब आपने किया है। यह कहते ही सभा में मोदी-मोदी के नारे गूंजने लगे।