Cuban spy Ana Motens Released After 20 years: अमेरिका की डिफेंस इंटेलीजेंस एजेंसी में एनालिस्ट का पद हथियाने वाली क्यूबा की एक जासूस को यूएस प्रशासन ने 20 साल से अधिक समय तक जेल में रखने के बाद रिहा कर दिया है। अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि उनके देश को क्यूबा की इस जासूस ने सबसे अधिक नुकसान पहुंचाया था। उसने अमेरिकी खुफिया एजेंसियों को भी चकमा दे दिया था। अमेरिकी डिफेंस इंटेलीजेंस एजेंसी में काफी समय तक इस जासूस ने एनालिस्ट बनकर काम किया और इस दौरान उसने अमेरिका से जुड़ी सारी खुफिया जानकारियां हासिल कर ली थी। वर्ष 2001 में अमेरिका ने क्यूबा की इस महिला जासूस को गिरफ्तार किया था। तब तक उसने अमेरिका के खुफिया अभियानों को पूरी तरह उजागर कर दिया था। इससे अमेरिकी खुफिया विभाग के होश उड़ गए थे।
अब अमेरिका ने क्यूबा की जासूस एना मोटेंस को 20 साल से ज़्यादा समय तक जेल में रखने के बाद छोड़ दिया है। एना को अमेरिका की गिरफ्त में आने वाली शीत युद्ध की सबसे बेहतरीन जासूस माना जाता है। 65 वर्षीय एना मोंटेस ने दो दशक तक क्यूबा के लिए जासूसी की है। मगर लंबे समय तक अमेरिकी खुफिया विभाग को इसकी भनक भी नहीं लग सकी। जबकि वह अमेरिका में डिफेंस इंटेलिजेंस एजेंसी में एनालिस्ट के तौर पर काम करती थीं।
अमेरिका के खुफिया अभियानों की निकाल दी थी हवा
क्यूबा की इस जासूस ने दुनिया की सबसे बड़ी खुफिया एजेंसी एफबीआइ के भी अभियानों की हवा निकाल दी थी। अमेरिका स्वयं एना को बेहतरीन जासूस मानता है। यही वजह है कि अमेरिकी डिफेंस एजेंसी में लंबे समय तक एनालिस्ट रहने के बाद भी किसी अधिकारी को उस पर शक नहीं हुआ। जब उसने अमेरिका के अधिकांश खुफिया अभियानों को सार्वजनिक कर दिया तो वर्ष 2001 में उसकी गिरफ़्तारी की गई। अधिकारियों ने बताया था कि एना ने अमेरिका के पूरे खुफ़िया अभियानों को लगभग पूरी तरह से उजागर कर दिया था। एक अधिकारी ने कहा कि वह अमेरिका को सबसे अधिक नुकसान पहुंचाने वालीं जासूसों में थीं।
एना ने अमेरिका को डाल दिया था खतरे में
तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश के कार्यकाल में काउंटर इंटेलिजेंस के प्रमुख मिशेल वैन क्लीव ने साल 2012 में संसद में बताया था कि एना मोंटेस ने उन सभी जानकारियों में सेंध लगा दी थी, जितना अमेरिका क्यूबा के बारे में जानता था और जिस तरह वह क्यूबा में अभियान चलाता था। एना पर चार अमेरिकी जासूसों की पहचान और क्लासिफाइड जानकारी बाहर देने का आरोप लगाया था। गिरफ्तारी के बाद एना को 25 साल जेल की सज़ा दी गई थी। अमेरिका के न्यायाधीश ने उन पर पूरे देश को ख़तरे में डालने का दोषी माना था। हालांकि अमेरिका ने 20 वर्ष से अधिक समय तक जेल में रखने के बाद अब एना को रिहा कर दिया है।