प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की यात्रा पर हैं। आज दौरे के दूसरे दिन वॉशिंगटन स्थित व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडन ने गर्मजोशी के साथ पीएम मोदी का स्वागत किया। दौरा का दूसरा दिन यानी आज का दिन भारत के लिए बहुत अहम है। जो बाइडेन के साथ पीएम मोदी की आधिकारिक द्विपक्षीय चर्चा में आज रक्षा सौदों पर दस्तखत हो सकते हैं। इस दौरान दो बड़ी डील पर नजर है।
जेट इंजन डील- जीई द्वारा एचएएल को जेट इंजन के बारे में प्रौद्योगिकी हस्तांतरित करने की संभावना है। इसलिए इसकी मदद से एचएएल ने तेजस और अन्य फाइटर जेट में इस इंजन का इस्तेमाल किया। इससे घरेलू उत्पादन में भी सुधार होगा।
MQ9 रीपर-प्रीडेटर ड्रोन: इनकी मारक क्षमता दुनिया जानती है। 30 अटैक ड्रोन भारतीय जनरल एटॉमिक्स से खरीदने जा रहे हैं। रक्षा अधिग्रहण परिषद ने 3 अरब डॉलर की इस डील को पहले मंजूरी दे दी थी और अब इस पर मुहर लगने की संभावना है।
अमेरिका एयरफोर्स के लिए बोइंग सुपर हॉर्नेट और F21 के अपने समुद्री और एयरफोर्स संस्करण को बेचने की भी योजना बना रहा है। अमेरिका चीन का मुकाबला करने के लिए भारत-अमेरिका संबंध भी और प्रगाढ़ करेगा। वहीं रूस के प्रति भारत की निर्भरता भी अमेरिका कम करना चाहेगा।
जंग के कारण एस 400 का सौदा रूस से अटका
इसका सबसे अच्छा उदाहरण S400 सौदा है। यूक्रेन के कारण रूस से दो S400 अभी भी लंबित था। इसलिए आगामी सौदे और भारत व अमेरिका के बीच खुले बाजार के कारण विश्वस्नीयता भी बढ़ेगी। रक्षा सौदे तय होने से जहां भारत की रक्षा ताकत बढ़ेगी, वहीं चीन और पाकिस्तान जैसे दुश्मन देशों को भी सीधा सबक जाएगा।