वॉशिंगटन: अमेरिका में एक भारतीय आई ड्रॉप के साईड इफेक्ट के कई मामले सामने आने और मौत होने के बाद कंपनी ने बड़ा फैसला लिया है। कंपनी ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर ने इसे वापस मंगवा लिया है। अमेरिकी फ़ूड एण्ड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने जानकारी देते हुए बताया कि इस दवा के कारण आंखों की रोशनी जाने और एक व्यक्ति की मौत के बाद अमेरिकी बाजार से अपने आई ड्रॉप को वापस मंगाए हैं। जानकारी के अनुसार, अभी तक एज्रीकेयर ड्रॉप के इस्तेमाल के बाद साइड इफेक्ट के 55 मामले सामने आ चुके हैं।
अमेरिकी फ़ूड एण्ड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने दी जानकारी
अमेरिकी एजेंसी एफडीए के द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि चेन्नई स्थिति कंपनी कृत्रिम आंसू से तैयार अपने आई ड्रॉप के दूषित होने की आशंका को देखते हुए बाजार से वापस मंगा रही है। बता दें कि अमेरिका में एज्रीकेयर, एलएलसी और डेलसम फार्मा इस आई ड्रॉप का वितरण करती हैं। एजेंसी ने कहा, "अभी तक जो मामले में सामने आए हैं, उनमें से कई लोगों की आंखों को रोशनी चली गई है, कई के आंखों में संक्रमण है और आंख में अत्यधिक रक्तस्राव से एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।"
कंपनी ने ड्रॉप्स के इस्तेमाल बंद करने का किया अनुरोध
वहीं इस आई ड्रॉप का निर्माण करने वाली भारतीय कंपनी ग्लोबल फार्मा हेल्थकेयर ने अपनी वेबसाइट पर बयान जारी करते हुए कहा है कि वह इस उत्पाद के वितरकों अरु फार्मा इंक और डेलसम फार्मा से इस आई ड्रॉप को बाजार से वापस मंगाने और इसका इस्तेमाल बंद करने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही कंपनी ने इस दवा के इस्तेमाल पर किसी तरह की परेशानी होने पर लोगों से डॉक्टरों से संपर्क करने को भी कहा है।
भारत में भी जांच शुरू
इसके साथ ही अमेरिका में हुई इस तरह की घटनाओं के बाद भारत में भी कंपनी पर कार्रवाई शुरू हो गई है। सितरों के अनुसार, केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने आई ड्रॉप के निर्माण को निलंबित कर दिया है और संयुक्त राज्य अमेरिका के खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) द्वारा कथित रूप से 55 प्रतिकूल घटनाओं के मामलों को दूषित आई ड्रॉप से जोड़ने के बाद अपनी जांच शुरू कर दी है।
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