नई दिल्ली। छत्रपति शिवाजी महाराज की चोरी हुई प्रतिमा के अमेरिका कबाड़ गोदाम से बरामद होने से हड़कंप मच गया है। गत 31 जनवरी को शिवाजी की यह प्रतिमा चोरी हो गई थी। इसे अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित सैन जोस शहर के पार्क में लगाया गया था। मगर अब यह कबाड़ गोदाम में पाई गई है। आखिर यह प्रतिमा कबाड़ गोदाम तक कैसे पहुंच गई, पुलिस इसी मामले की पड़ताल में जुटी है।
सैन जोस शहर के एक पार्क से पिछले महीने ही इसे चोरी किया गया था। इसे जिस कबाड़ गोदाम से अब बरामद किया गया है, वह अवैध गतिविधियों में लिप्त रहता है। ऐसा माना जा रहा है कि छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा की यहां बरामदगी होना भी उसकी अवैध गतिविधियों में लिप्तता का ही परिणाम है। यह अमेरिका के उत्तरी हिस्से में शिवाजी की एकमात्र प्रतिमा है। ‘मरकरी’ अखबार की खबर के अनुसार, यह प्रतिमा कैलिफोर्निया शहर को पुणे से 1999 में उपहार में दी गई थी, जो गुआदलुप रीवर पार्क से 31 जनवरी को चोरी हो गई थी।
प्रतिमा का वजन है 200 किलो
इस प्रतिमा का वजन करीब 200 किग्रा है। इसे धातु की बनी हुई बताया जा रहा है। ऐसे में इसकी कीमत काफी अधिक हो सकती है। पुलिस ने इसका पता चलने के बाद इसे बरामद कर लिया और कबाड़ गोदाम के कर्मचारियों से पूछताछ की। हालांकि, इस सिलसिले में कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है। सैन जोस के मेयर मैट माहन के हवाले से खबर में कहा गया है, ‘‘यह प्रतिमा हमारे भारतीय समुदाय के लिए काफी मूल्यवान है, जो हमारे साझा गौरव का प्रतीक है और (मराठा शासक) शिवाजी के प्रति सम्मान है।
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