America News: जॉर्डन में टॉवर 22 सैन्य चौकी पर आतंकियों के ड्रोन हमले में 3 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई। इस मामले पर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जवाब दिया कि हम इसका माकूल जवाब देंगे। लेकिन तीन सैनिकों की मौत पर अमेरिका में काफी प्रतिक्रियाएं हो रही हैं। इसी बीच रिपब्लिकन पार्टी का जो बाइडेन पर इस बात के लिए भारी दबाव दिया जा रहा है कि इस हमले का करारा जवाब दिया जाए।
जानकारी के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पर रिपब्लिकन पार्टी द्वारा ईरान पर जवाबी हमला करने का प्रेशर बनाया जा रहा है। मिडिल ईस्ट में अमेरिकी ठिकानों पर अब तक 150 मिसाइल हमले हो चुके हैं। इनमें कम से कम तीन अमेरिकी सैनिक मारे गए और 34 से ज्यादा घायल हो गए। इसके बाद रिपब्लिकन पार्टी (जीओपी/ग्रैंड ओल्ड पार्टी) का राष्ट्रपति जो बाइडेन पर ईरान पर जवाबी हमला करने का दबाव है।
मध्य पूर्व में अमेरिकी ठिकानों पर अब तक हुए 150 मिसाइल हमलों में से, यह पहली बार है, जब आतंकवादियों ने पेंटागन की रक्षा ढाल को तोड़ दिया और सैन्य कर्मियों को मार डाला।
ट्रंप लगातार कर रहे बाइडेन की आलोचना
रिपब्लिकन की प्रतिक्रिया 2024 में सबसे आगे चल रहे जीओपी (ग्रैंड ओल्ड पार्टी के) उम्मीदवार पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पिछले साल इस्लामिक राज्य के 6 बिलियन डॉलर के तेल राजस्व को स्थिर न करने का हवाला देते हुए, ईरान के सामने आत्मसमर्पण करने की बाइडेन की विदेश नीति की आलोचना करने के एक दिन बाद आई है। ट्रंप ने आरोप लगाया कि सैन्य उद्देश्यों के लिए धन का दुरुपयोग किया जा रहा है, जबकि बाइडेन ने कहा कि इसके खिलाफ जांच और संतुलन है।
इजराइल हमास जंग का नहीं निकल पा रहा समाधान
भले ही राष्ट्रपति बाइडेन और रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने अपनी पसंद के समय और स्थान पर जवाबी हमला करने की शपथ ली हो, लेकिन हमले पर अपरिहार्य अमेरिकी प्रतिक्रिया ने मध्य पूर्व युद्ध की और बढ़ने की आशंका को बढ़ा दिया है। क्षेत्र में तनाव पहले से ही बढ़ रहा है क्योंकि इजरायल-हमास के बीच युद्ध जारी है। युद्धविराम अभी हो नहीं पा रहा है। युद्ध शेष बंधकों की वापसी के किसी भी समाधान के बिना लंबा खिंच रहा है।
पेंटागन में रक्षा सचिव ने ली कार्रवाई की शपथ
रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने सोमवार को नाटो महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग के साथ बैठक से पहले पेंटागन में कार्रवाई की शपथ ली। मीडिया ने ऑस्टिन के हवाले से कहा, राष्ट्रपति और मैं अमेरिकी सेना पर हमले बर्दाश्त नहीं करेंगे। हम अमेरिका और हमारे सैनिकों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कार्रवाई करेंगे। वहीं राष्ट्रपति बाइडेन ने भी जवाब देने का वादा किया है। लेकिन, जीओपी सांसद निश्चित रूप से राष्ट्रपति के आलोचक होंगे क्योंकि 2024 के चुनाव में बाइडेन और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दोबारा मुकाबला निकट प्रतीत होता है। यूएस न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान पर सीधे हमले से कुछ भी कम कांग्रेस में कुछ रिपब्लिकन को खुश नहीं करेगा।