Taiwan-America: चीन की धमकी को भी नजरअंदाज करके ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन ने अमेरिकी स्पीकर से मुलाकात की है। यह पहला मौका है जब कोई ताइवानी राष्ट्रपति अमेरिका जाकर यूएस के स्पीकर से मिला हो। चीन वन चाइना पॉलिसी को मानता है और वो नहीं चाहता कि ताइवान को कोई एक देश की मान्यता दे और उससे मेल मुलाकात करे। लेकिन इन सब बातों को एक तरफ रखकर अमेरिका ने ताइवान की राष्ट्रपति से मुलाकात की। इससे चीन काफी बौखला गया है। चीन ने इस मुलाकात से पहले धमकी भी दी थी कि ताइवानी राष्ट्रपति से मुलाकात करके अमेरिका आग से खेल रहा है। लेकिन अमेरिका पर इन धमकियों का कोई असर नहीं पड़ा। बाद में इस मुलाकात के बाद भी चीन ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और साथ ही अंजाम भुगतने की चेतावनी भी दी है।
मुलाकात के बाद अमेरिकी स्पीकर मैकार्थी ने कही ये बात
ताइवान की राष्ट्रपति साई इंग वेन ने कैलिफोर्निया में अमेरिकी सदन के स्पीकर केविन मैकार्थी से मुलाकात की। इस मुलाकात से पहले चीन ने ताइवान को भी देख लेने की धमकी दी थी। लेकिन इस धमकी को नजरअंदाज करके ताइवानी राष्ट्रपति यूएस हाउस की स्पीकर से मिलीं। मीटिंग के बाद अमेरिकी स्पीकर ने ट्वीट भी किया। इसमें उन्होंने बताया कि अमेरिका और ताइवान के लोगों के बीच दोस्ती कभी मजबूत नहीं रही। उन्होंने कहा कि ताइवान एक सफल लोकतंत्र, संपन्न अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य और विज्ञान में वैश्विक लीडर है। संवाद के माध्यम से हमारा सहयोग लगातार बढ़ रहा है। वहीं दूसरी ओर ताइवानी राष्ट्रपति वेन ने कहा कि गर्मजोशी से स्वागत के लिए धन्यवाद स्पीकर मैकार्थी। आपके पास आना और कैलिफॉर्निया की धूप का आनंद लेना खुशी की बात है क्योंकि हम ताइवान और अमेरिका के बीच के बंधन को मजबूत करने के लिए काम करते हैं।
ताइवान की राष्ट्रपति ने लोकतंत्र को खतरे में बताया
ताइवान की राष्ट्रपति वेन ने कहा कि उनके देश में लोकतंत्र खतरे में है। कैलिफोर्निया की सिमी वैली में रोनाल्ड रीगन प्रेसिडेंशियल लाइब्रेरी में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए यूएस हाउस के स्पीकर केविन मैकार्थी के साथ खड़ी ताइवानी राष्ट्रपति वेन ने कहा कि यह कोई रहस्य नहीं है कि आज हमने जो शांति बनाए रखी है और जिस लोकतंत्र को बनाने के लिए हमने कड़ी मेहनत की है।
उधर चीन ने ताइवानी राष्ट्रपति और अमेरिकी स्पीकर की मुलाकात के बाद कड़ी प्रतिक्रिया दी है। दोनों की मुलाकात के कुछ ही घंटों बाद चीनी विदेश मंत्रालय ने ने भड़कते हुए कहा कि ‘अमेरिका और ताइवान के बीच मिलीभगत के गंभीर रूप से गलत कृत्यों के जवाब में चीन राष्ट्रीय संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए दृढ़ और प्रभावी उपाय करेगा।‘