दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका में भी स्वास्थ्यकर्मियों को वेतन के लाले पड़े हैं। इतना ही नहीं, यहां स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या भी विभागों में बेहद कम है। इससे अन्य स्वास्थ्यकर्मियों पर काम का बोझ कई गुना बढ़ गया है। हजारों कर्मचारी वेतन की कमी से जूझ रहे हैं। इससे उन्होंने कई राज्यों में व्यापक हड़ताल कर दिया। कर्मियों की हड़ताल की वजह से स्वास्थ्य सेवाएं चरमराने लगीं। बता दें कि अमेरिका के वर्जीनिया, कैलिफोर्निया और तीन राज्यों में ‘कैसर परमानेंट’ के करीब 75 हजार स्वास्थ्य कर्मी वेतन और कर्मचारियों की कमी के मुद्दे पर बुधवार को हड़ताल पर चले गए।
‘कैसर परमानेंट’ अमेरिका का सबसे बड़े बीमाकर्ता एवं स्वास्थ्य देखभाल सेवा परिचालक है, जिसके अंतर्गत 39 अस्पतालों का संचालन होता है। यह गैर लाभकारी कंपनी है और कैलिफोर्निया के ओकलैंड से संचालित होती है। यह कंपनी 1.3 करोड़ लोगों को बीमा कवर देती है। ‘कैसर परमानेंट कर्मचारी संघ’ ने कैलिफोर्निया, कोलोरोडो, ऑरेगन और वाशिंगटन में तीन दिन के लिए और वर्जीनिया एवं वाशिंगटन डीसी (राष्ट्रीय राजधानी) में एक दिन की हड़ताल की घोषणा की है।
85 हजार कर्मचारी संघ से जुड़े
इस संघ से करीब 85 हजार कर्मचारी जुड़े हुए हैं। यह सभी वेतन की कमी से जूझ रहे हैं। वेतन बढ़ोत्तरी और समय से पैसा नहीं मिलने से कर्मियों में काफी आक्रोश है। इस वजह से अब उन्होंने आंदोलन छेड़ दिया है। इस हड़ताल में लाइसेंसधारी पेशेवर नर्स, घर में स्वास्थ्य सेवा देने वाले सहायक, अल्ट्रासाउंड करने वाले कर्मियों के अलावा रेडियोलॉजी तकनीशियन, सर्जरी और फार्मेसी विभाग में कार्यरत कर्मी शामिल हैं। (एपी)
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