ऑस्ट्रेलिया में भारतीय मूल के एक युवक ने अपना जुर्म स्वीकारा है। उसने हैरतअंगेज अपराध को अंजाम दिया है। उसने स्वीकार किया है कि उसने पांच कोरियाई महिलाओं को नशीला पदार्थ खिलाकर उनका बलात्कार करने और एक छिपे हुए कैमरे से उनका गंदा वीडियो बनाया था। युवक को इस अपराध का दोषी ठहराया गया है। राजनीतिक संबंधों के साथ ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले भारतीय प्रवासी के एक प्रमुख सदस्य बालेश धनखड़ पर जनवरी और अक्टूबर 2018 के बीच किए गए बलात्कार के 13 मामलों सहित 39 से अधिक आरोप लगे हैं।
दोषी ठहराया गया था आरोपी
सिडनी मॉर्निंग हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, बालेश धनखड़ को सोमवार को सिडनी में जिला न्यायालय में एक जूरी द्वारा सभी आरोपों का दोषी पाया गया है। हेराल्ड की रिपोर्ट में कहा गया है कि 43 वर्षीय डेटा विशेषज्ञ अदालत में तब टूट गए जब जूरी फोरमैन ने उनके खिलाफ 39 आरोपों में से प्रत्येक के लिए "दोषी" ठहराया और उन्होंने आरोप सिद्ध होने के बाद अपना जुर्म कबूल लिया। उन्हें मई में फिर से अदालत का सामना करना पड़ेगा और साल के अंत में उन्हें सजा सुनाई जाएगी।
नौकरी का झांसा देकर महिलाओं को फंसाता था
जूरी ने धनखड़ के खिलाफ मिले सुबूतों में पाया कि उसने कोरियाई अनुवादकों के लिए फर्जी नौकरी का आवेदन निकाला था और नौकरी दिलाने के नाम पर कोरियाई महिलाओं को फंसाता ता। उसने बड़ी चालाकी से ये सारा प्लान बनाया था। झूठे बहाने के तहत वह महिलाओं को सिडनी सीबीडी में अपने स्टूडियो अपार्टमेंट में ले जाता था। अपार्टमेंट में ले जाने से पहले वह महिलाओं को मिलने के लिए होटल, कैफे और कोरियाई रेस्तरां ले जाया करता था।
नशीली गोलियां और दवाएं करता था प्रयोग
आरोपों में कहा गया है कि धनखड़ ने नींद की दवा स्टिलनॉक्स और बेहोशी की दवा रोहिप्नोल की गोलियां शराब और अन्य पेय में में मिलाकर महिलाओं को पिला देता था। उसके बाद धनखड़ महिलाओं को अपने बेडरूम में ले जाता था। फिर बेडसाइड अलार्म घड़ी में छिपे कैमरे से या अपने मोबाइल फोन से बलात्कार को फिल्माया था और वीडियो बना लेता था, जिसे पुलिस ने बरामद कर लिया है।
जब पुलिस ने अक्टूबर 2018 में धनखड़ के अपार्टमेंट की तलाशी ली, तो उन्हें महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाने के 47 वीडियो मिले, जिनमें से कुछ महिलाएं बेहोश थीं जबकि कई अन्य तड़प रहीं थीं या दर्द से कराह रही थीं। वह क्रूरता की हद तक महिलाओं से बलात्कार करता था। पुलिस को जो वीडियो मिले उन सबको फोल्डर में व्यवस्थित किया गया था, प्रत्येक पर पीड़िता के नाम का लेबल लगा हुआ था।
धनखड़ को 21 अक्टूबर, 2018 को गिरफ्तार किया गया था, जब उसकी करतूतों की पोल खुल गई थी। उसकी पांचवां शिकार तब होश में आ गई थी जब वह उसके साथ मारपीट कर रहा था। पीडि़ता दौड़कर बाथरूम में गई थी और उसने बाथरूम में छुपकर एक दोस्त को मैसेज कर दिया था।
उसके बाद धनखड़ ने दोषी नहीं होने का दावा किया। उसने दावा किया था कि सभी महिलाओं ने सेक्स के लिए सहमति दी थी और फिर सबकुछ फिल्माया गया। इसके बाद आरोपों को लेकर कोर्ट में लंबी सुनवाई चली। सभी पीड़िताओं से पूछताछ के बाद अदालत में बड़ी जिरह की गई थी। ज्यूरी के लिए यौन हमलों की रिकॉर्डिंग भी चलाई गई थी।
द हेराल्ड के अनुसार, जब वे वीडियो देख रहे थे तो पीड़िताएं "चिल्ला" रही थी और एक चरण में, जब यह सब असहनीय हो गया, तो उन्होंने जज से उन्हें जल्दी घर भेजने के लिए कहा।
इसके बाद अपने बचाव में, धनखड़ ने बताया कि उसने महिलाओं से झूठ बोला क्योंकि विवाहेतर संबंध टूटने के बाद वह अकेला था। रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्होंने अपने अकेलेपन को अपनी शादी की "अधूरी" अंतरंगता के लिए जिम्मेदार ठहराया।