Highlights
- अंग्रेजी भाषा के लेखक सलमान पर हुआ अटैक
- अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में देने जा रहे थे लेक्चर
- बुकर पुरस्कार से सम्मानित हैं 75 साल के सलमान रुश्दी
Salman Rushdie: अंग्रेजी भाषा के जानेमाने लेखक सलमान रुश्दी पर अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर में एक कार्यक्रम के दौरान जानलेवा हमला हुआ। सलमान रुश्दी पर एक व्यक्ति ने मंच पर चढ़कर हमला कर दिया। मुंबई में पैदा हुए और बुकर पुरस्कार से सम्मानित 75 साल के रुश्दी पश्चिमी न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा संस्थान में एक कार्यक्रम के दौरान अपना लेक्चर शुरू करने वाले ही थे कि तभी एक शख्स मंच पर चढ़ा और रुश्दी को घूंसे मारे और चाकू से उन पर हमला कर दिया। रुश्दी की गर्दन पर चोट आई है। उस समय कार्यक्रम में उनका परिचय दिया जा रहा था।
न्यूयॉर्क पुलिस ने हिरासत में लिया हमलावर
जब रुश्दी पर शख्स जानलेवा हमला हुआ, वहां मौजूद लोगों ने फौरन हमलावर को पकड़ लिया और बाद में उसे पुलिस ने हिरासत में ले लिया। रुश्दी को मंच पर ही प्राथमिक उपचार दिया गया। एक व मंच पर चढ़ा और रुश्दी को घूंसे मारे और चाकू से उन पर हमला कर दिया। सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में घटना के तुरंत बाद उपस्थित लोगों को मंच की ओर भागते देखा जा सकता है। कहा जा रहा है कि वहां मौजूद लोगों ने हमलावर को पकड़ लिया।
पुलिस ने बताया कैसे हुआ रुश्दी पर हमला
न्यूयॉर्क पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा है कि लेखक सलमान रुश्दी पर हुए हमले की जांच की जा रही है। न्यूयॉर्क पुलिस ने कहा, "12 अगस्त, 2022 को सुबह लगभग 11 बजे, एक संदिग्ध शख्स ने मंच पर चढ़कर रुश्दी और उनका इंटरव्यू ले रहे व्यक्ति पर हमला कर दिया। रुश्दी की गर्दन पर चाकू से वार किया गया है। संदिग्ध हमलावर को तुरंत हिरासत में ले लिया गया है। रुश्दी की गर्दन में चोट आई है। एक हेलीकॉप्टर के जरिए रुश्दी को एक स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया है। उनकी हालत के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। वहीं, उनका साक्षात्कार लेने वाले के सिर में मामूली चोट लगी है। चौटाउक्वा काउंटी शेरिफ कार्यालय की टीम घटनास्थल पर मौजूद है।"
विवादित किताब पर सुनाया गया था मौत का फरमान
गौरतलब है कि जानेमाने लेखक सलमान रुश्दी की विवादित किताब ‘‘द सैटेनिक वर्सेज’’ ईरान में 1988 से प्रतिबंधित है। कई मुसलमानों का मानना है कि रुश्दी ने इस किताब के जरिए ईशनिंदा की है। इसे लेकर ईरान के तत्कालीन सर्वोच्च धार्मिक नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खमनेई ने रुश्दी को मौत की सजा दिए जाने का फतवा जारी किया था। ईरान ने रुश्दी की हत्या करने वाले को 30 लाख डॉलर से ज्यादा का इनाम देने की भी पेशकश की थी। सलमान रुश्दी की किताब ‘‘मिडनाइट्स चिल्ड्रन’’ के लिए उन्हें प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।