Monday, December 23, 2024
Advertisement
  1. Hindi News
  2. विदेश
  3. अमेरिका
  4. Russia Ukraine News: यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस को बड़ा झटका, UNHRC से सस्पेंड किया गया

Russia Ukraine News: यूक्रेन से युद्ध के बीच रूस को बड़ा झटका, UNHRC से सस्पेंड किया गया

संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) से रूस को निलंबित करने के लिए अमेरिका द्वारा लाये गये एक प्रस्ताव को पारित करने के लिए 193 सदस्यीय महासभा (यूएनजीए) में इसके (प्रस्ताव के) पक्ष में 93 मत पड़े, जबकि भारत सहित 58 देश अनुपस्थित रहे।

Written by: IndiaTV Hindi Desk
Updated : April 08, 2022 6:43 IST
Russian President Vladimir Putin
Image Source : AP FILE PHOTO Russian President Vladimir Putin

Highlights

  • 93 देशों ने रूस को UNHRC से बाहर करने के पक्ष में वोट किया
  • 24 देशों ने रूस को बाहर करने के प्रस्‍ताव के खिलाफ वोट दिया
  • भारत समेत कुल 58 देशों ने वोटिंग से परहेज किया

संयुक्त राष्ट्र: यूक्रेन से जारी युद्ध के बीच रूस को बड़ा झटका लगा है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने विश्व की शीर्ष मानवाधिकार संस्था से रूस को गुरुवार को निलंबित कर दिया। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद (यूएनएचआरसी) से रूस को निलंबित करने के लिए अमेरिका द्वारा लाये गये एक प्रस्ताव को पारित करने के लिए 193 सदस्यीय महासभा (यूएनजीए) में इसके (प्रस्ताव के) पक्ष में 93 मत पड़े, जबकि भारत सहित 58 देश अनुपस्थित रहे। वोटिंग के बाद UNHRC से रूस को सस्पेंड कर दिया गया। 

रूस बना दूसरा देश जिसकी यूएनएचआरसी सदस्यता छीन ली गई है

मानवाधिकार परिषद में रूसी संघ की सदस्यता के निलंबन अधिकार’ शीर्षक वाले प्रस्ताव के खिलाफ 24 मत पड़े। मतदान से अनुपस्थित देशों में बांग्लादेश, भूटान, ब्राजील, मिस्र, इंडोनेशिया, इराक, मलेशिया, मालदीव, नेपाल, पकिस्तान, कतर, सउदी अरब, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका और संयुक्त अरब अमीरात भी शामिल हैं। यूक्रेन के बुचा में हुए नरसंहार को देखते हुए रूस को मानवाधिकार परिषद से निलंबित करने का प्रस्ताव अमेरिका ने रखा था। अब रूस दूसरा देश बन गया है जिसकी यूएनएचआरसी सदस्यता छीन ली गई है, UNGA ने 2011 में लीबिया को परिषद से निलंबित कर दिया था।

वोटिंग से भारत ने इसलिए किया परहेज

रूस-यूक्रेन युद्ध मामले में भारत अपने तटस्‍थ रुख पर कायम है। अपने फैसले के कारण पर प्रकाश डालते हुए संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने मतदान के बाद कहा, “भारत ने आज महासभा में रूसी महासंघ को मानवाधिकार परिषद से निलंबित करने से संबधित प्रस्ताव पर मतदान में भाग नहीं लिया। हमने तर्कसंगत और प्रक्रिया सम्मत कारणों से यह किया।” टी एस तिरुमूर्ति ने कहा, “यूक्रेन में युद्ध की शुरुआत से लेकर अब तक भारत शांति, संवाद और कूटनीति का पक्षधर रहा है। हमारा मानना है कि रक्त बहाने और निर्दोष लोगों के प्राण लेने से किसी समस्या का समाधान नहीं निकल सकता। यदि भारत ने कोई पक्ष लिया है तो वह है शांति और हिंसा को तत्काल समाप्त करने का।” 

यूक्रेन के विदेश मंत्री दमित्रो कुलेबा ने ट्वीट किया कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद से रूस को अभी-अभी निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि युद्ध अपराधियों के लिए संरा की संस्थाओं में कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा, ‘‘सभी सदस्य देशों का आभारी हूं जिन्होंने संबंधित यूएनजीए प्रस्ताव का समर्थन किया और इतिहास में सही पक्ष के साथ खड़े हुए।’’ 

यूक्रेन में रूसी सैनिकों द्वारा मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन करने के आरोपों से जुड़े इस प्रस्ताव को पारित किया गया। अमेरिका और यूक्रेन ने रूसी सैनिकों के इस कृत्य को युद्ध अपराध करार दिया है। रूसी सैनिकों द्वारा यूक्रेन के बुचा शहर में की गई नागरिकों की हत्याओं की तस्वीरें एवं वीडियो सामने आने के बाद अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस ग्रीनफील्ड ने 47 सदस्यीय मानवाधिकार परिषद से रूस को निलंबित करने का अभियान शुरू किया था।

बता दें कि, पिछले माह भी संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) ने यूक्रेन के खिलाफ रूस के हमले की कड़ी निंदा करने वाला प्रस्ताव पारित किया। भारत ने इस प्रस्ताव पर मतदान में भाग नहीं लिया था। पीएम नरेंद्र मोदी पहले ही चुके हैं कि भारत की जरूरतें रूस और यूक्रेन, दोनों के साथ जुड़ी हुई हैं लेकिन देश शांति के पक्ष में है और उम्‍मीद करता हैं कि बातचीत के जरिये सभी समस्‍याओं का समाधान तलाशा जाएगा। 

Latest World News

India TV पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। US News in Hindi के लिए क्लिक करें विदेश सेक्‍शन

Advertisement
Advertisement
Advertisement