Highlights
- गुतारेस ने पुतिन के यूक्रेन में एक विशेष सैन्य अभियान की घोषणा किये जाने को ‘अपने कार्यकाल का सबसे दुखद क्षण’ करार दिया है।
- पुतिन ने कहा कि यूक्रेन से उत्पन्न खतरों के जवाब में रूस ने वहां एक विशेष सैन्य अभियान शुरू करने का कदम उठाया है।
- यूएन महासचिव ने कहा,मुझे कहना पड़ेगा राष्ट्रपति पुतिन, मानवता के नाम पर रूस में अपने सैनिकों को वापस लाइए।
संयुक्त राष्ट्र: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन में एक विशेष सैन्य अभियान की घोषणा किये जाने को ‘अपने कार्यकाल का सबसे दुखद क्षण’ करार दिया है। इस बीच रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस पर ‘पश्चिमी देशों के दवाब में आ जाने’ और यूक्रेन पर ऐसे बयान देने का आरोप लगाया, ‘जो उनके पद के अनुरूप नहीं हैं।’ लावरोव ने बुधवार को सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत गैर पैडर्सन के साथ बातचीत के दौरान यह कहा।
पुतिन ने यूक्रेन पर हमले की घोषणा की
पुतिन ने गुरुवार को पूर्वी यूक्रेन में विशेष सैन्य अभियान की घोषणा की। उन्होंने दावा किया इस कदम का मकसद नागरिकों की रक्षा करना है। टेलीविजन पर एक संबोधन में पुतिन ने कहा कि यूक्रेन से उत्पन्न खतरों के जवाब में रूस ने वहां एक विशेष सैन्य अभियान शुरू करने का कदम उठाया है। उन्होंने अन्य देशों को भी चेतावनी देते हुए कहा कि रूसी कार्रवाई में किसी प्रकार के हस्तक्षेप के प्रयास के ‘ऐसे परिणाम होंगे, जो उन्होंने पहले कभी नहीं देखे होंगे।’
‘मेरे कार्यकाल में यह काफी दुखद क्षण है’
गुतारेस ने कहा,‘संयुक्त राष्ट्र के महासचिव के मेरे कार्यकाल में यह दुखद क्षण है। मैंने सुरक्षा परिषद की इस बैठक की शुरूआत राष्ट्रपति पुतिन को संबोधित करते हुए और उन्हें यह कहते हुए की कि अपने सैनिकों को यूक्रेन पर हमला करने से रोकें, शांति का रास्ता चुने क्योंकि पहले ही काफी लोगों की जान जा चुकी है। यह बैठक चल रही थी कि पुतिन ने डोनबास में ‘विशेष सैन्य अभियान’ की घोषणा की। इस वर्तमान परिस्थिति में मुझे अपनी अपील बदलनी होगी।’
‘मानवता के नाम पर सैनिकों को वापस लाइए’
यूएन महासचिव ने कहा,‘मुझे कहना पड़ेगा राष्ट्रपति पुतिन, मानवता के नाम पर रूस में अपने सैनिकों को वापस लाइए। मानवता के नाम पर यूरोप में इसे शुरू करने की अनुमति नहीं दीजिए, जो सदी की शुरुआत के बाद से सबसे भयावह युद्ध हो सकता है, जिसके परिणाम न केवल यूक्रेन के लिए विनाशकारी हैं, न केवल रूसी संघ के लिए दुखद हैं, बल्कि पूरी दुनिया के लिए दुखदायी हैं।’
‘वह पश्चिमी देशों के दबाव के आगे झुक गए’
गुतारेस के बयान पर लावरोव ने कहा,‘बहुत अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि आप जिस संयुक्त राष्ट्र महासचिव का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, वह पश्चिमी देशों के दबाव के आगे झुक गए हैं और हाल में उन्होंने ऐसे बयान दिए हैं, जो संयुक्त राष्ट्र चार्टर के तहत उनके पद के अनुरूप नहीं हैं।’ उन्होंने कहा कि रूस ने (संरा महासचिव) एंतोनियो गुतारेस को उनके बयानों के आकलन से अवगत करा दिया है।