Ecuador: लैटिन अमेरिका का देश इक्वाडोर आंतरिक हिंसा की चपेट में हैं। यहां सड़कों पर हिंसा और दंगे भड़क गए हैं। यहां ड्रग्स माफियाओं ने देश की सरकार के खिलाफ जंग छेड़ दी है। इसके बाद सड़कों पर हिंसा भड़क गई। एक टीवी स्टूडियो तक पर हमला कर दिया गया। हालात ऐसे हो गए कि पुलिसकर्मियों को किडनैप कर लिया गया। इन सबके बीच सरकार ने हालात को देखते हुए सेना को बुला लिया है। फिलहाल हिंसा के आरोपियों की पहचान की जा रही है। उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। रात 11 बजे के बाद सड़कों पर घूमने वाले लोगों को मारने का आदेश दिया गया है।एक तरफ यूक्रेन और रूस व इजराइल और गाजा में जंग चल रही है। वहीं एक लैटिन अमेरिकी देश इक्वाडोर गृहयुद्ध की आग में झुलस रहा है। इक्वाडोर की सरकार को जब स्थिति हाथ से निकलने हुए नजर आई तो आर्मी को बुला लिया गया। सड़कों पर फायरिंग होने लगी।
न्यूज चैनल पर खबरें दिखाई जा रही थी, तभी घुस गए उपद्रवी
रविवार को इक्वाडोर का माफिया सरगना एडोल्फो ‘फिटो’ मैकियास जेल से भाग गया था। इसके बाद वहां हिंसा की आग भड़की। गुआयाकिल शहर में पिस्तौल और विस्फोटकों से लैस लोग एक न्यूज चैनल के सेट पर आ गए। ये तब हुआ जब न्यूज चैनल पर लाइव खबरें दिखाई दे रही थी। हमलावरों ने एंकर को काबू में कर लिया और पूरे स्टूडियो को बम से उड़ाने की धमकी दी। फिर जब सड़कों पर भी बवाल होने लगा तो वहां के राष्ट्रपति डैनियल नोबोआ ने इमरजेंसी लागू कर दी और सेना को सड़कों पर बुला लिया।
पुलिसकर्मियों को बना लिया बंधक
इक्वाडोर की जेलों में भी हड़कंप मच गया। एक जेल में ड्रग्स से जुड़े कैदियों ने पुलिस अफसरों को बंधक बना लिया और इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। अपराधियों ने पुलिस अफसरों के गले पर चाकू रखा हुआ था और उन्हें जान से मारने की धमकी दी जा रही थी। इक्वाडोर के कई शहरों में गाड़ियों में विस्फोट भी हुए।
सेना ने शुरू की अपराधियों की धरपकड़
इक्वाडोर की सेना जब सड़कों पर उतरी तो सड़कों पर फैले माफिया गिरोह के सदस्यों को धरपकड़ शुरू हुई जो अपराधी पूरे शहर को बंधक बनाए हुए थे, उनको दबोचा गया और सरेआम पीटा गया। ड्रग माफिया फीटो को ढूंढने के लिए हजारों सैनिकों और पुलिसकर्मियों को सड़कों पर उतारा गया है।