वाशिंगटन: अमेरिकी संसद के सदस्यों ने चीन के तियानमेन चौक पर हुए नरसंहार की बरसी पर अपने विचार रखे। सांसदों ने मंगलवार को कहा कि सत्तारूढ़ चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी आज भी उतनी ही निर्दयी और दमनकारी है जितनी 1989 में थी जब उसने बीजिंग में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने वाले छात्रों के खिलाफ कार्रवाई के लिए टैंक भेजे थे। डेमोक्रटिक सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने आगाह किया कि चीनी के राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हिंसा का सहारा लेने से भी गुरेज नहीं करते, उनके पूर्ववर्तियों ने भी ऐसा ही किया था।
भेज देंगे टैंक
डेमोक्रटिक सदस्य राजा कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘‘हमें यह याद रखना चाहिए जब शी जिनपिंग बोलते हैं कि वो विध्वंसकारी और अलगाववादी गतिविधियों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे, तो इसका मतलब वह दुनिया से कह रहे हैं कि (पार्टी) उन टैंकों को फिर से उन लोगों की आवाज दबाने के लिए भेज देगी जो स्वतंत्रता के लिए खड़े होंगे।’’
अमेरिका-चीन के बीच गतिरोध
तियानमेन दमन की बरसी पर मंगलवार को आयोजित किए गए कार्यक्रम में इस आंदोलन के पूर्व छात्र नेता और हांगकांग के युवा कार्यकर्ता शामिल हुए। यह कार्यक्रम ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका ने चीन को लेकर अपनी नीति में प्रतिस्पर्धा पर जोर देना शुरू कर दिया है। इसका उद्देश्य चीन के बढ़ते प्रभाव को रोकना है। दक्षिण चीन सागर में बीजिंग की ओर से सेना की तैनाती और स्वशासित द्वीप ताइवान के खिलाफ सैन्य खतरों को लेकर भी दोनों देशों के बीच गतिरोध सामने आता रहा है। (एपी)
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