Rahul Gandhi America Visit: अमेरिका के दौरे पर गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने चीन को लेकर बड़ा बयान दिया। राहुल गांधी ने कहा कि चीन से भारत के संबंध बेहद जटिल हैं। चीन ने भारत के कई इलाकों पर कब्जा कर रखा है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि चीन भारत पर कुछ थोप नहीं सकता। भारत तथा चीन के संबंध आसान नहीं हैं, ये ‘जटिल’ होते जा रहे हैं।
तीन अमेरिकी शहरों की यात्रा पर गए राहुल गांधी ने छात्रों के प्रश्नों के उत्तर में चीन के बारे में अपनी राय रखी। राहुल से पूछा गया था,‘अगले पांच से दस वर्षों में भारत और चीन के बीच संबंध कैसे होंगे, आप इसे कैसे देखते हैं।’ इस पर राहुल ने कहा कि 'ये अभी मुश्किल हैं। मेरा मतलब है कि उन्होंने हमारे कुछ क्षेत्र पर कब्जा कर रखा है। ये मुश्किल हैं, ये इतने आसान नहीं हैं।’ उन्होंने कहा,‘भारत पर कुछ थोपा नहीं जा सकता। ऐसा कुछ नहीं होने वाला।’
गलवान झड़प के बाद तनावपूर्ण हुए संबंध
भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में 3 साल से गतिरोध कायम है। जून 2020 में पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़पों के बाद संबंध बेहद तनावपूर्ण हो गए थे। भारत का रुख है कि द्विपक्षीय संबंध तब तक सामान्य नहीं हो सकते जब तक कि सीमाई इलाकों में शांति न हो।
रूस पर मोदी सरकार के स्टैंड का किया समर्थन
स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी में बातचीत के दौरान राहुल ने पश्चिमी देशों के दबाव के बावजूद यूक्रेन युद्ध की पृष्ठभूमि में रूस के साथ अपने संबंध बनाए रखने की भारत की नीति का समर्थन किया। कांग्रेस नेता से प्रश्न किया गया था कि क्या वह रूस को लेकर भारत के तटस्थ रुख का समर्थन करते हैं, इस पर उन्होंने कहा,‘हमारे रूस के साथ संबंध हैं,हमारी रूस पर कुछ निर्भरताएं है। इसलिए मेरा वही रुख है जो भारत सरकार का है।’
अमेरिका से मजबूत रिश्तों का किया समर्थन
राहुल गांधी ने कहा कि भारत को अपने हितों की ओर देखना ही होगा क्योंकि भारत एक बड़ा देश है। कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत देश इतना छोटा और किसी पर आश्रित नहीं है कि इसके केवल एक के साथ संबंध हों, किसी और के साथ नहीं। अपनी बात उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि 'हमारे पास सदैव इस प्रकार के संबंध होंगे। कुछ लोगों के साथ हमारे बेहतर संबंध होंगे, कुछ के साथ संबंध बनेंगे। तो इस प्रकार का संतुलन है।’ राहुल ने भारत और अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों का समर्थन किया।