Highlights
- रूस-यूक्रेन के बीच नहीं थम रहा युद्ध
- रूस-यूक्रेन के विदेश मंत्रियों ने पुतिन-जेलेंस्की के बीच शिखर वार्ता की संभावना पर चर्चा की
- पुतिन ने यूक्रेन में स्वयंसेवी लड़ाके भेजने को मंजूरी दी
यूक्रेन पर हमले को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को लेकर एक बार फिर सख्त रुख अपनायाहै और पुतिन के खिलाफ नए प्रतिबंधों का एलान किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि, व्लादिमीर पुतिन आक्रामक हैं और उन्हें इसकी कीमत चुकानी होगी। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अमेरिका रूसी व्यापार की स्थिति को कम करेगा। इसमें अमेरिका रूसी शराब, समुद्री भोजन, हीरे के आयात पर प्रतिबंध लगाएगा। साथ ही बाइडन ने रूस को तीसरे विश्व युद्ध की चेतावनी दी है। बाइडन ने कहा कि नाटो और रूस में सीधी जंग हुई तो तीसरा विश्व युद्ध होगा।
नहीं थम रहा रूस-यूक्रेन के बीच युद्ध
यूक्रेन पर रूसी हमले का आज 16वां दिन है। इतना लंबा समय हो जाने के बाद भी दोनों देशों के बीच जंग समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है। रूस की ओर से यूक्रेन के कई शहरों पर हमले जारी हैं। इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की ने कहा कि पिछले दो दिनों में यूक्रेन से करीब एक लाख लोगों को बाहर निकाला गया है। वहीं फेसबुक ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर रूसी आक्रमण व पुतिन के खिलाफ खुलकर बोलने की अनुमति दे दी है।
रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों ने पुतिन-जेलेंस्की के बीच शिखर वार्ता की संभावना पर चर्चा की
रूस और यूक्रेन के विदेश मंत्रियों- सर्गेई लावरोव और दिमित्री कुलेबा ने तुर्की में अपने पहले दौर की वार्ता की, जिसमें दोनों देशों के नेताओं ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और उनके यूक्रेनी समकक्ष वलोडिमिर जेलेंस्की के बीच शिखर वार्ता की संभावना पर चर्चा की।
पुतिन ने यूक्रेन में स्वयंसेवी लड़ाके भेजने को मंजूरी दी
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण में शामिल होने के लिये मध्य पूर्व और अन्य भागों से 'स्वयंसेवी' लड़ाके लाने का आदेश दिया है। क्रेमलिन के एक प्रतिलेख के अनुसार रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु ने कहा कि रूस मध्य-पूर्व के देशों के ''16 हजार से अधिक आवेदकों'' को जानता है, जिन्होंने इस्लामिक स्टेट समूह के खिलाफ रूस की मदद की थी। शोइगू ने कहा कि वे पूर्वी यूक्रेन में रूस समर्थक अलगाववादियों के क्षेत्रों की ओर से लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि ''वे मुक्ति आंदोलन में भाग लेना चाहते हैं।'' साल 2015 से रूसी बल सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद का समर्थन कर रहे हैं, जिनके शासन का इस्लामिक स्टेट समेत विभिन्न समूह विरोध करते आ रहे हैं। पुतिन ने शोइगु से कहा कि रूस को ''युद्ध क्षेत्र में जाने'' के लिए स्वयंसेवकों की मदद करनी चाहिए।