बोर्गो एग्नाजिया (इटली): इटली में चल रहे जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका और यूरोपीय देशों के एक फैसले ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन को चिंता में डाल दिया है। यूक्रेन पर लगातार 2 वर्षों से अधिक समय से हमले कर रहे रूस के खिलाफ इस बार जी-7 देशों ने एक बेहद कड़ा फैसला लिया है। इसके मुताबिक अमेरिका और यूरोपीय देशों ने रूस की प्रतिबंधित संपत्तियों को उस समय तक जब्त रखे जाने पर सहमति जताई है, जब तक कि मास्को यूक्रेन पर हमले के लिए क्षतिपूर्ति का भुगतान नहीं कर देता।
यह फैसला रूस के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। अभी एक दिन पहले ही अमेरिका ने रूस पर 300 से अधिक नए प्रतिबंधों की घोषणा भी की थी। इससे रूस की आर्थिक स्थिति पर सीधे चोट लगी। अब जी-7 में अमेरिका और यूरोप ने रूसी संपत्तियों को जब्त करने का फैसला करके पुतिन की मुश्किलों को बढ़ा दिया है। अमेरिका के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।
अमेरिका के लिए 50 अरब अमेरिकी डॉलर की सहायता
अमेरिका और यूरोप के इस कदम से जी-7 शिखर सम्मेलन में नेताओं द्वारा कीव के लिए 50 अरब अमेरिकी डॉलर के ऋण पैकेज की घोषणा करने का रास्ता साफ हो गया है। अधिकारी ने कहा कि पहला भुगतान इसी वर्ष किया जाएगा, लेकिन यूक्रेन को सारा पैसा खर्च करने में समय लगेगा। अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर समझौते की जानकारी दी, जिसे शुक्रवार को जी-7 नेताओं की विज्ञप्ति में शामिल किया जाएगा। राष्ट्रपति जो बाइडन बृहस्पतिवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात करेंगे और अमेरिका और यूक्रेन के बीच द्विपक्षीय सुरक्षा समझौते पर चर्चा करेंगे। (एपी)
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