American President Joe Biden: जी20 समिट में हिस्सा लेने आए राष्ट्रपति जो बाइडेन भारत से वियतनाम गए। इसके बाद वापस अपने देश अमेरिका जाते ही उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। अमेरिकी प्रतिनिधिसभा ने उनके खिलाफ महाभियोग जांच शुरू करने के निर्देश दिए हैं। अमेरिकी प्रतिनिधि सभा के स्पीकर केविन मैक्कार्थी ने मंगलवार को इस बात की घोषणा की। केविन मैक्कार्थी ने सदन को निर्देश दिया है कि वह राष्ट्रपति जो बाइडन के परिवार से जुड़े व्यापारिक सौदों को लेकर उनके खिलाफ महाभियोग जांच शुरू करे। मैक्कार्थी ने कहा कि प्रतिनिधिसभा की अब तक की जांच बाइडन परिवार के इर्दगिर्द केंद्रित ‘भ्रष्टाचार की संस्कृति की तस्वीर पेश करती है’, क्योंकि रिपब्लिकन पार्टी डेमोक्रेटिक नेता बाइडेन के राष्ट्रपति पद संभालने से पहले से ही उनके बेटे हंटर के व्यापारिक सौदों की जांच कर रही है।
अमेरिकी प्रतिनिधिसभा के स्पीकर ने कही ये बात
मैक्कार्थी ने कहा, ‘ये सत्ता के दुरुपयोग, व्यवधान और भ्रष्टाचार से जुड़े आरोप हैं, जिनकी प्रतिनिधि सभा द्वारा गहन जांच किए जाने की जरूरत है।’ कैलिफोर्निया का प्रतिनिधित्व करने वाले मैक्कार्थी ने सदन में कहा कि वह प्रतिनिधि सभा की निगरानी समिति को राष्ट्रपति बाइडन के खिलाफ औपचारिक महाभियोग जांच शुरू करने का निर्देश देने की घोषणा करते हैं। वहीं, दूसरी ओर व्हाइट हाउस ने मैक्कार्थी के कदम की आलोचना की है। साथ ही आलोचना करते हुए राष्ट्रपति चुनाव अभियान के बीच में की गई इस कार्रवाई को ‘सबसे निचले स्तर की राजनीति’ बताया।
व्हाइट हाउस ने दिया कड़ा जवाब
व्हाइट हाउस के प्रवक्ता इयान सैम्स ने कहा, ‘प्रतिनिधि सभा के रिपब्लिकन नेता नौ महीने से राष्ट्रपति के खिलाफ जांच कर रहे हैं और उन्हें गलत कृत्यों के संबंध में कोई सबूत नहीं मिला है।’ व्हाइट हाउस के अधिकारियों ने मैक्कार्थी के पिछले बयानों की तरफ इशारा किया, जिनमें उन्होंने जोर देकर कहा था कि एक स्पीकर एकतरफा महाभियोग जांच शुरू नहीं कर सकता है या ऐसी जांच की कोई कानूनी वैधता नहीं होगी। सैम्स ने कहा कि मैक्कार्थी ‘अपने बयान से पलट गए हैं, क्योंकि उनके पास पर्याप्त समर्थन नहीं है।’
हाल ही में जी20 समिट में हिस्सा लेने भारत आए थे बाइडेन
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति हाल ही में जी20 समिट में हिस्सा लेने के लिए भारत आए थे। यहां उन्होंने भारत और अन्य देशों के साथ द्विपक्षीय बातचीत की थी। इस दौरान पीएम मोदी और जो बाइडेन के बीच रक्षा, टेक्नोलॉजी और अन्य मुद्दों पर चर्चा हुई थी। इस मौके पर बाइडेन ने अनाज निर्यात शुल्क में कटौती को लेकर भारत की सराहना की थी। साथ ही भारत मिडिल ईस्ट और यूरोप तक बनने वाले इकोनॉमिक कॉरिडोर को लेकर भी भारत के कदम को सराहा था। इसके बाद बाइडेन वियतनाम के दौरे पर थे। वहां से अमेरिका पहुंचने के बाद उन पर महाभियोग जांच को लेकर निर्देश दे दिए गए हैं।