प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कैपिटल हिल पहुंचकर अमेरिका की संसद को संबोधित किया। उनके कैपिटल हिल पहुंचते ही संसद भवन मोदी-मोदी के नारों से गूंज उठा। पीएम मोदी ने यह मौका देने के लिए अमेरिकी सांसदों का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा-यहां मुझे दूसरी बार संबोधन का मौका मिला। अमेरिकी संसद को संबोधित करना मेरे लिए सम्मान की बात है। यह 140 करोड़ भारतीयों का भी सम्मान है। प्रधानमंत्री ने कहा-अमेरिकी संसद में कांग्रेसियों का उत्साह देख रहा हूं। मैं स्वागत से अभिभूत हूं। इस शानदार स्वागत के लिए भारतीयों की ओर से भी आभार व्यक्त करता हू्। उन्होंने कहा कि आजकल AI की बहुत चर्चा है, मगर यहां एआइ का एक और मतलब अमेरिका और इंडिया है। पिछले 7 वर्षों में भारत और अमेरिका के बीच बहुत कुछ बदला है।
दोनों देशों के बीच दोस्ती और व्यापार बढ़ा है। भारत और अमेरिका दोनों लोकतांत्रिक देश हैं। पीएम मोदी के हर शब्द से संसद में तालियों की जबरदस्त गड़गड़ाहट सुनाई देती रही। मोदी ने कहा भारत और अमेरिका में लोकतंत्र जीवित है। महात्मा गांधी और मार्टिन लूथर किंग को पीएम मोदी ने महान लोकतांत्रित नेता बताया। सभी सांसदों ने खड़े होकर तालियों से पीएम मोदी का इस बात पर स्वागत किया।
भारत लोकतंत्र की जननी है
पीएम मोदी ने कहा भारत लोकतंत्र की जननी है। लोकतंत्र ही चर्चा और विमर्श का जरिया है। अमेरिका सबसे पुराना और भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। लोकतंत्र बराबरी और सम्मान का पर्याय है। हम साथ मिलकर दुनिया को बेहतर भविष्य दे सकते हैं। हमारे यहां 2500 राजनीतिक पार्टियां हैं। एक राज्य में 20 से ज्यादा राजनीतिक दल हैं। इतना ही नहीं भारत में 22 आधिकारिक भाषाएं और 1000 से ज्यादा स्थानीय भाषाएं हैं। हमारे यहां 100 मील पर व्यंजन और खानपान बदल जाते हैं। यह विविधता के बावजूद भारतीय एकता की ताकत है। अभी हाल ही में हमने आजादी की 75वीं साल गिरह मनाई।
भारत जल्द दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा
पीएम मोदी ने कहा कि पहले भारत दुनिया की 10वीं अर्थव्यवस्था था और अब दुनिया की 5वीं बड़ी अर्थव्यवस्था है। भारत जल्द ही दुूनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनेगा। भारत दुूनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश है। हमारा विजन सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास है। भारत का विकास, दुनिया का विकास है। दुनिया की आबादी का छठा हिस्सा भारत में है। हमने भारत में 40 मिलियन घर 150 मिलियन लोगों के लिए बनाए। हमने राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी चलाई। फ्री स्वास्थ्य बीमा 500 मिलियन लोगों के लिए चलाया। यह संख्या साउथ अमेरिका से भी ज्यादा है। इसीलिए कहते हैं कि भारत विकास करता है तो दुनिया विकास करती है।
हम डिजिटल इंडिया के मिशन पर
पीएम मोदी ने कहा कि हम डिजिटल इंडिया मिशन चला रहे हैं। हमारे यहां 850 मिलियन स्मार्ट फोन हैं। यह यूरोप की आबादी से ज्यादा है। इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर हमारा जोर है। भारत का विकास कई देशों के लिए प्रेरणा स्रोत है। भारत में 200 करोड़ वैक्सीन मुफ्त लगाई गई। भारत का वेद विश्व के सबसे प्राचीन ग्रंथों में से एक है। हमारे यहां महिलाएं बेहतर भविष्य का निर्माण कर रही हैं। वह हमारे देश में आर्मी, नेवी और एयरफोर्स में सेवाएं दे रही हैं। भारत में महिलाएं सबसे ज्यादा एयरलाइन क्षेत्र में पायलट हैं। 15 लाख महिलाओं का अलग स्तर पर नेतृत्व है। भारत में महिलाएं विकास की अगुवाई कर रही हैं। आदिवासी समाज की महिला भारत की राष्ट्रपति हैं।
हम मार्श मिशन पर हैं
पीएम मोदी ने भारत के मंगल मिशन की ताकत का भी दुनिया को एहसास कराते कहा कि हम मार्श मिशन पर हैं। भारत युवाओं का प्राचीन देश है। युवाओं की पीढ़ी भारत को टेक्नोलॉजी का हब बना रही है। पिछले 9 वर्षों में 9 बिलियन लोगों को डिजिटल आइडेंटिटी मिली है। 10 करोड़ किसानों के खाते में सीधे पैसा पहुंच रहा है। सिर्फ एक क्लिक पर उन्हें सरकारी सहायता मिल रही है। अगर आप इंडिया में आएंगे तो देखेंगे कि यहां हर कोई डिजिटल पेमेंट का इस्तेमाल कर रहा है। यहां तक कि स्ट्रीट वेंडर भी। 4000 माइल्स ऑप्टिकल फाइबर बिछाया गया है। सस्ता डेटा भी दिया जा रहा है। हम "माता भूमि और हम उसके पुत्र हैं" की धारणा पर विश्वास करते हैं। भारतीय संस्कृति वातावरण और पौधों का सम्मान करती है।
हम सोलर कैपिसिटी को बढ़ा रहे हैं
प्रधानमंत्री ने कहा-हमने सोलर कैपेसिटी को 2300 फीसदी बढ़ा है। हम दुनिया के एक मात्र ऐसे जी-20 के देश हैं, जिसने पेरिस के कमिटमेंट को पूरा किया है। 2030 तक हम रेलवे में कार्बन उत्सर्जन को जीरो करने वाले हैं। लोकतंत्र की भावना समावेशी विकास की द्योतक है। हम दुनिया को एक परिवार मानते हैं। हमारा संदेश एक सूरज, एक धरती और एक ग्रिड है। सबको स्वास्थ्य प्रदान करना लक्ष्य है। पौधे और जानवरों को सम्मिलित करते हुए। जी-20 का भी उद्देश्य वन अर्थ, वन फैमिली और वन फ्यूचर का है। हमने योग पूरी दुनिया के लिए दिया। पिछले हफ्ते ही यादगार योग भारत समेत पूरी दुनिया ने किया। पूरी दुनिया अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष मना रही है।
कोविड के दौरान हमने 150 देशों को वैक्सीन पहुंचाई
प्रधानमंत्री ने कोरोना महामारी के दौरान भारत के प्रयासों का दुनिया को लोहा मनवाया और कहा-कोविड के दौरान हमने 150 देशों को कोविड वैक्सिन पहुंचाई। आपदा में हम सबसे पहले रेस्पांडेट रहे हैं। हमारी क्षमता है। अब दूसरों पर निर्भरता नहीं है। अमेरिका के फोन उत्पादनकर्ता भारत में इन्वेस्ट कर रहे हैं। भारत और अमेरिका साथ काम कर रहे हैं। हम दुनिया में सप्लाई चेन पर काम कर रहे हैं। यूनाइटेड नेशन अब हमारा सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण डिफेंस पार्टनर है। आज भारत और अमेरिका मिलकर स्पेस, समुद्र, साइंस और सेमिकंडक्टर में मिलकर काम कर रहे हैं।
भारत-अमेरिका दिल और दिमाग से एक दूसरे से जुड़े हैं
भारत-अमेरिका वैश्विक कल्याण के लिए बड़ा रोल निभा रहे हैं। क्योंकि वह हर क्षेत्र में ब्रिलियंट हैं। दिल और दिमाग से, टैलैंट और स्किल से इंडिया और अमेरिका आपस में जुड़े हैं। हम अभी बहुत अधिक ऊंचाइयों को छूना चाहते हैं।भारतीय अमेरिकियों की भी भूमिका अहम है। हम सप्लाई चेंज पर काम कर रहे हैं। टेक्नोलॉजी सुरक्षा, पारदर्शिता की द्योतक है।
हमें यूक्रेन युद्ध में हो रहा खूनखराबा रोकना होगा
पीएम मोदी ने कहा-भारत हंगर और हेल्थ पर पूरी दुनिया में बड़ा काम कर रहा है। यूक्रेन युद्ध में भारत यूएन चार्टर के अनुसार सभी देशों की संप्रभुता को ध्यान में रखते हुए शांतिपूर्ण समाधान चाहता है। भारत ने कहा था कि यह युग युद्ध का नहीं है। बातचीत से समाधान होना चाहिए। यह सिर्फ डॉयलॉग नहीं है। हमें यह खून-खराबा रोकना होगा। क्योंकि इससे लोग सफर कर रहे हैं। यूक्रेन युद्ध से बहुत पीड़ा है। मानवता के लिए भारत-अमेरिका के साझा प्रयास हैं। यूक्रेन युद्ध से यूरोप की ओर युद्ध वापस लौटा।
पीएम मोदी ने मुंबई हमले का जिक्र किया
पीएम मोदी ने 26/11 मुंबई हमले और 9/11 आतंकी हमले का जिक्र करते कहा कि इसके बाद भी आतंकवाद बढ़ रहा है। आतंक का खतरा बरकरार है। आतंकवाद मानवता का बड़ा दुश्मन है। ये विचारधाराएं नई पहचान और नया रूप लेती रहती हैं लेकिन इनके इरादे वही हैं। आतंकवाद मानवता का दुश्मन है। पीएम मोदी ने कहा कि कट्टरता और आतंकवाद दोनों ही दुनिया के लिए बड़ा खतरा हैं। आतंकवाद को बढ़ावा देने वालों से संयुक्त रूप से लड़ना होगा। पीएम मोदी ने मुश्किलों से पार पाने के लिए अमेरिका की संसद में पीएम मोदी ने सुनाई अपनी लिखी कविता सुनाई..." आसमान में सिर उठाकर..घने बादलों को चीरकर, रोशनी का संकल्प लें अभी तो सूरज उगा है दृण निश्चय के साथ चलकर.. हर मुश्किल को पार कर..घोर अंधेरे को मिटाने अभी तो सूरज उगा है। "
भाषण समाप्त होने के बाद अमेरिकी सांसदों ने लिए ऑटोग्राफ और सेल्फी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भाषण समाप्त होने के बाद अमेरिकी सांसदों ने पीएम मोदी का ऑटोग्राफ लिया। भारी तादाद में अमेरिकी सांसद पीएम मोदी के पास आकर खड़े हो गए। हर सांसद भारतीय प्रधानमंत्री से मिलने को बेताब दिखा। सांसदों ने मोदी के साथ सेल्फी भी खिंचवाई। अमेरिकी संसद के स्पीकर केविन मैक्कार्थी ने भी पीएम मोदी से ऑटोग्राफ लिया।