वाशिंगटन डीसी: भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के राजकीय दौरे पर गए हुए हैं। पीएम मोदी का यह दौरा बेहद ही ऐतिहासिक है। अमेरिका में पीएम का भव्य स्वागत हुआ और अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपने सरकारी आवास पर भोज का आयोजन भी किया। इस यात्रा के दौरान गुरुवार को राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ उच्च स्तरीय वार्ता करने व्हाइट हाउस पहुंचे हैं। इस दौरान पीएम मोदी और बाइडन ने संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस भी की, जिसमें दोनों नेताओं ने कई विषयों को लेकर खुलकर बात की।
'आतंकवाद का खात्मा करने के लिए भारत और अमेरिका साथ मिलकर काम कर रहे'
इस प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एक सवाल का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि दुनिया से आतंकवाद का खात्मा करने के लिए भारत और अमेरिका साथ मिलकर काम कर रहे हैं और आने वाले दिनों में इसमें औत भी तेजी आएगी। पीएम मोदी ने कहा, "हम शांति बहाल करने के लिए किसी भी तरह से पूरी तरह से तैयार हैं। भारत और अमेरिका आतंकवाद और उग्रवाद के खिलाफ लड़ाई में एक साथ आगे बढ़ रहे हैं।"
'सीमापार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक'
प्रधानमंत्री ने कहा, "हम सहमत हैं कि सीमापार आतंकवाद को समाप्त करने के लिए ठोस कार्रवाई आवश्यक है। हिंद प्रशांत क्षेत्र में शांति और सुरक्षा यह हमारी साझा प्राथमिकता है। हम एकमत हैं कि इस क्षेत्र का विकास और सफलता पूरे विश्व के लिए महत्वपूर्ण है।" हालांकि इस दौरान पीएम मोदी ने किसी का भी नाम नहीं लिया, लेकिन इसे सीधे तौर पर पाकिस्तान और चीन पर हमला माना जा रहा है।
भारत के डीएनए में लोकतंत्र- पीएम मोदी
प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए एक सवाल के जवाब में पीएम मोदी ने कहा कि आप कह रहे हैं "लोग कहते हैं कि भारत में लोकतंत्र है"...ये लोग कहते ही नहीं, बल्कि भारत लोकतांत्रिक है ही। लोकतंत्र भारत के डीएनए में है, यहां किसे के साथ भेदभाव नहीं किया जाता। लोकतंत्र भारत और अमेरिकी के डीएनए में है। जैसा कि राष्ट्रपति बाइडेन ने भी कहा भारत और अमेरिका दोनों के DNA में लोकतंत्र है। लोकतंत्र हमारी रगो में है, लोकतंत्र को हम जीते हैं।