PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका की यात्रा के लिए रवाना हो चुके हैं। वे 21 से 23 जून तक अमेरिका की आधिकारिक यात्रा के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन सहित विभिन्न ताओं और और कारोबारियों से मुलाकात करेंगे। दौरे के अंतिम दिन भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे। पीएम मोदी के दौरे की खास बात यह रहेगी कि वे अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 जून को जब अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करने पहुंचेंग तो उस वक्त भारतीय अमेरिकी सांसद श्री थानेदार उन्हें मंच तक लेकर जाएंगे। डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता थानेदार संसद में मिशिगन के 13वें ‘कांग्रेसनल जिले’ को रिप्रेजेंट करते हैं। उन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने 22 जून को प्रधानमंत्री मोदी के सम्मान में व्हाइट हाउस जो कि अमेरिकी राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय है, इसमें आयोजित राजकीय डिनर के लिए भी आमंत्रित किया है।
2016 में भी संसद के जॉइंट सेशन को किया था संबोधित
यह दूसरी बार है जब प्रधानमंत्री मोदी अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे। वह ऐसा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं। इससे पहले उन्होंने 2016 में अमेरिकी संसद को संबोधित किया था। 68 वर्षीय सांसद थानेदार ने कहा, ‘मैं और (मेरी पत्नी) शशि पीएम मोदी की अमेरिका की यात्रा को लेकर उत्सुक हैं। यह प्रधानमंत्री के लिए ऐतिहासिक कार्यक्रम है। मुझे उम्मीद है कि प्रधानमंत्री अमेरिका और भारत के बीच और मजबूत संबंधों पर जोर देंगे।’
राजकीय डिनर में आमंत्रित करना गौरव की बात
उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ ही उनकी पत्नी और प्रथम अमेरिकी महिला जिल बाइडन द्वारा पीएम मोदी को राजकीय डिनर के लिए आमंत्रित किया जाना उनके लिए सम्मान की बात है। यह इस बात का प्रमाण है कि वे जनसेवा के लिए कितने प्रतिबद्ध और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को आगे बढ़ाने को लेकर कितने समर्पित हैं।
कौन हैं सांसद थानेदार
सांसद थानेदार को पीएम मोदी के संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित करने के लिए आने पर उनको मंच तक पहुंचाने का विशिष्ट गौरव प्राप्त हुआ है। थानेदार ने अपने जीवन की निजी यात्रा का जिक्र करते हुए कहा, ‘मैं गरीबी में पला-बढ़ा और एक सपने के साथ अमेरिका आया। मैं सौभाग्यशाली हूं कि मैंने अमेरिका को लेकर अपने सपने को पूरा किया।’ उन्होंने अमेरिका और भारत के बीच मजबूत संबंधों का समर्थन किया।