वाशिंगटन: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजकीय भोज में अपने संबोधन में आदर भरे सत्कार के लिए राष्ट्रपति जो बाइडेन और फर्स्ट लेडी जिल बाइडेन को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा- आज के शानदार भोज के लिए राष्ट्रपति बाइडेन और जिल बाइडेन के लिए विशेष रूप से आभारी। जिल बाइडेन ने इस दौरे को सफल बनाने के लिए निजी रूप से ध्यान दिया। आपने अपने घर के दरवाजे मेरे लिए खोले। आदर भरे सत्कार के लिए आपका आभारी हूं।
काश! मुझमें कोई गाने की कला होती
पीएम मोदी ने कहा-'आपकी मेहमाननवाजी से खुश होकर मेहमान गाना भी गाने लगते हैं.. काश! मुझमें कोई ऐसी कला होती तो मैं भी गाता।आज की शाम को खास बनाते हैं यहां मौजूद लोग। विलक्षण प्रतिभाओं के धनी लोगों को आपने यहां आमंत्रित किया है। ये सभी लोग भारत-अमेरिका के संबंधों के अनेक क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने राष्ट्रपति बाइडेन के बारे में कहा कि आप बोलने में सॉफ्ट हैं लेकिन कड़ा एक्शन लेते हैं। आपकी इस यात्रा में डॉ. जिल बाइडेन का बड़ा योगदान रहा है।'
2014 के भोज को पीएम मोदी ने किया याद
पीएम मोदी ने कहा- 'मैं भारत अमेरिका संबंधों के बारे में और अधिक नहीं बोलना चाहता। जब आपने 2014 में मेरे लिए बैंक्वेट रखा था उस दौरान संयोग से मेरा 9 दिन का नवरात्र का व्रत था, तब आप मुझ से बार-बार पूछ रहे थे कि क्या आप कुछ भी नहीं खाएंगे? इसे लेकर आप बेहद परेशान भी थे। मुझे लगता है उस समय आपकी मुझे प्रेम से कुछ खिलाने की इच्छा आज पूरी हो हो रही है।'
भारतीय मूल के लोगों को अमेरिका में मिला सम्मान
नरेंद्र मोदी ने कहा-' भारतीय अमेरिकी लोगों ने अमेरिका में बहुत लंबी यात्रा तय की है। भारतीय मूल्यों, भारत के लोकतांत्रिक परंपराओं और हमारी संस्कृति के गौरव से भरे हुए इन लोगों को अमेरिका में निरंतर मान-सम्मान मिला है। भारतीय मूल्य के लोगों ने अमेरिका के समावेशी समाज और अर्थव्यवस्था और मजबूत बनाने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।'
दोस्ती के महान बंधन का जश्न
वहीं राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने संबोधन में कहा-जिल और मैंने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बहुत अच्छा समय बिताया है। आज रात हम भारत और अमेरिका के बीच दोस्ती के महान बंधन का जश्न मनाते हैं।