PM Modi US Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने तीन दिवसीय दौरे पर अमेरिका पहुंच चुके हैं। वे यहां क्वाड नेताओं के चौथे शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। यह सम्मेलन डेलावेयर के विलमंगटन में आयोजित होगा। इससे पहले वे अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता भी करेंगे।
उधर, पीएम मोदी के आगमन पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट शेयर किया है। उन्होंने लिखा कि आज मैं प्रधानमंत्री अल्बनीज, नरेंद्र मोदी और किशिदा का अपने घर डेलावेयर में स्वागत करूंगा। ये नेता न केवल एक स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक को सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक हैं बल्कि वे मेरे और हमारे देश के मित्र हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र
उधर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय बैठक से पहले अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) जेक सुलिवन ने रूस-यूक्रेन युद्ध का जिक्र करते हुए कहा कि भारत को संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों का समर्थन करना चाहिए। सुलिवन ने कहा कि युद्ध और प्रधानमंत्री मोदी की हालिया यूक्रेन यात्रा पर, क्वाड शिखर सम्मेलन के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति के डेलवेयर स्थित विलमिंगटन आवास पर होने वाली मोदी-बाइडेन द्विपक्षीय बैठक में चर्चा होने की उम्मीद है।
हर मानदंड और सिद्धांत का उल्लंघन
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘मैं उन मुद्दों पर विस्तार से नहीं बोलूंगा कि बाइडेन क्या बात करेंगे, जो स्पष्ट रूप से संवेदनशील हैं और द्विपक्षीय बैठक में स्पष्ट रूप से महत्वपूर्ण प्राथमिकताएं होंगी।’’ सुलिवन ने कहा, ‘‘अमेरिका का यह स्पष्ट दृष्टिकोण है कि यूक्रेन के खिलाफ रूस के क्रूर आक्रामक युद्ध ने अंतरराष्ट्रीय कानून के हर मानदंड और सिद्धांत का उल्लंघन किया है, और भारत जैसे देशों को आगे आकर संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के सिद्धांतों का समर्थन करना चाहिए।’’ उन्होंने यह भी कहा कि हर देश को रूस को युद्ध सामग्री देने से बचना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘राष्ट्रपति (बाइडेन) प्रधानमंत्री मोदी से यूक्रेन की उनकी यात्रा के बारे में भी जानना चाहेंगे, जो एक महत्वपूर्ण और वास्तव में ऐतिहासिक यात्रा थी। साथ ही, यह उन दोनों के लिए आगे की राह के बारे में अपने-अपने विचारों पर बातचीत करने का एक अवसर होगा।’’ मोदी ने अगस्त में (यूक्रेन के) राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के साथ बैठक करने के लिए यूक्रेन का दौरा किया था।