
पेशावर: पाकिस्तान के अशांत खैबर पख्तूनख्वा में सेना ने 10 आतंकवादियों को मार गिराने का दावा किया है। सूत्रों ने बताया कि गुरुवार को देश के उत्तर-पश्चिमी प्रांत खैबर पख्तूनख्वा में गोलीबारी के दौरान एक प्रतिबंधित संगठन से जुड़े कम से कम सात आतंकवादी मारे गए। इस अभियान के दौरान पाकिस्तानी सेना के एक कैप्टन की भी मौत हो गई। बताया जा रहा है कि यह अभियान खुफिया सूचना के आधार पर दक्षिण वजीरिस्तान की सीमा से लगे डेरा इस्माइल खान जिले के कर्री मलंग इलाके में चलाया गया।
पाकिस्तानी सेना के अनुसार अभियान में तीन और सैनिक घायल हो गए। इस दौरान पाकिस्तान सीरियल आतंकवादी घटनाओं से जूझ रहा है। अभी हाल ही में पाकिस्तान के क्वेटा में ट्रेन हाईजैक की घटना ने हड़कंप मचा दिया था, जिसमें बलूचिस्तान लिब्रेशन आर्मी (बीएलए) ने 400 से अधिक पाकिस्तानी यात्रियों समेत पूरी ट्रेन को हाईजैक कर लिया था। इस घटना में बीएलएए और पाकिस्तानी सेना की ओर से अलग-अलग दावे किए गए थे। पाकिस्तानी सेना ने कहा था कि उसने 33 आतंकियों को मारकर लगभग सभी बंधकों को छुड़ा लिया। सिर्फ कुछ बंधक मारे गए। वहीं बीएलए ने 214 बंधकों समेत कई पाकिस्तानी सैनिकों को भी मारने का दावा किया था।
पाकिस्तान की सेना ने बताया पूरा ब्यौरा
पाकिस्तानी सेना ने बताया कि यह मुठभेड़ खैबर पख्तूनख्वा के डेरा इस्माइल खान जिले में हुई। इस दौरान एक प्रतिबंधित संगठन से जुड़े कम से कम 10 आतंकवादियों और पाकिस्तानी सेना के एक कैप्टन की मौत हो गई। पाकिस्तान सशस्त्र बलों की मीडिया और जनसंपर्क शाखा ‘इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस’ (आईएसपीआर) ने यह जानकारी दी। सेना की मीडिया शाखा की ओर से जारी एक बयान में बताया गया कि इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी मिलने के बाद बृहस्पतिवार को खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान (आईबीओ) चलाया गया।
भारी मात्रा में हथियार बरामद
भीषण मुठभेड़ के दौरान पाकिस्तान के कैप्टन हसनैन अख्तर की मौत हो गई। आईएसपीआर ने बताया कि मारे गए आतंकवादियों के पास से हथियार और गोला-बारूद जब्त किया गया है। उसने बताया कि ये आतंकवादी विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसी के खिलाफ कई हमले करने के साथ-साथ निर्दोष आम नागरिकों की हत्या में भी शामिल थे। उसने कहा, ‘‘इलाके में तलाश अभियान जारी है और सुरक्षा बल देश से आतंकवाद के खतरे को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’ अफगानिस्तान में 2021 में तालिबान के सत्ता में लौटने के बाद से पाकिस्तान में आतंकवादी हमलों में वृद्धि हुई है। विशेष रूप से खैबर पख्तूनख्वा और बलूचिस्तान के सीमावर्ती प्रांतों में कानून प्रवर्तकों और सुरक्षा बलों को निशाना बनाकर हमले किए जा रहे हैं। (पीटीआई)