प्योंगयांग: उत्तर कोरिया से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है। उत्तर कोरिया ने यूक्रेन के खिलाफ लड़ने के लिए करीब 10 बजार सैनिक रूस भेजे हैं। अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय ‘पेंटागन’ की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने सोमवार को ये जानकारी दी है। सिंह का कहना है कि इनमें से कुछ सैनिक लड़ाई के लिए पहले ही यूक्रेन के नजदीक पहुंच चुके हैं।
पेंटागन ने और क्या कहा?
‘पेंटागन’ की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने उत्तर कोरिया के इस कदम पर चिंता जताई है और कहा है कि रूस इस सैनिकों का इस्तेमान यूक्रेन की सेना के खिलाफ करना चाहता है। जबकि रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन पहले ही सार्वजनिक रूप से चेतावनी दे चुके हैं कि अगर उत्तर कोरिया के सैनिकों का इस्तेमाल युद्ध के मैदान में किया जाता है, तो उन्हें युद्धरत पक्ष माना जाएगा, जिससे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भी सुरक्षा पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा।
इस मामले पर उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) का भी बयान आ चुका है। उसका कहना है कि उत्तर कोरिया के कुछ सैनिक पहले ही रूस के कुर्स्क सीमा क्षेत्र में तैनात किए जा चुके हैं, जहां रूस यूक्रेनी सैनिकों को पीछे धकेलने के लिए संघर्ष कर रहा है।
उत्तर कोरिया ने दावों को बताया था झूठा
बता दें कि पहले भी इस तरह की खबरें सामने आई थीं कि उत्तर कोरिया ने रूस में सैनिक भेजे हैं। दरअसल अमेरिका के रक्षामंत्री लॉयड ऑस्टिन ने दावा किया था कि उनके पास रूस में उत्तर कोरिया द्वारा सैनिक भेजे जाने का पूरा प्रमाण है।
ऐसे में रूस में अपने सैनिक भेजे जाने के दावे को उत्तर कोरिया ने झूठी अफवाह करार दिया था। रूस और उत्तर कोरिया लगातार सैन्य गतिविधियों से इनकार करते रहे हैं। दक्षिण कोरिया के खुफिया प्रमुख चो ताए-योंग ने सांसदों को बताया कि लगभग तीन हजार उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूस भेजा गया है, जो यूक्रेन के खिलाफ युद्धक्षेत्रों में तैनात होने से पहले ड्रोन और अन्य उपकरणों के संचालन का प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। (इनपुट: भाषा)