वाशिंगटन: अमेरिका में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे का बेताबी से इंतजार किया जा रहा है। इस बीच अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने भारत और अमेरिका के संबंधों को अद्वितीय बताया है। पीएम मोदी 21 जून से 24 जून तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगे। 22 जून को पीएम मोदी का वाशिंगटन डीसी में राजकीय अतिथि के तौर पर स्वागत किया जाएगा और उसी दिन वे अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करेंगे।
व्यापार रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचा
एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि हम भारत और अमेरिका के परिभाषित संबंध को दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच एक अद्वितीय संबंध के रूप में देखते हैं। दोनों देशों के बी व्यापारिक संबंधों को लेकर उन्होंने कहा-'पिछले साल जैसा कि आप सभी जानते हैं कि हमारे देशों के बीच व्यापार 191 बिलियन डॉलर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जिससे अमेरिका भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार बन गया। अमेरिकी कंपनियों ने अब भारत में कम से कम 54 अरब डॉलर का निवेश किया है। अमेरिका में, भारतीय कंपनियों ने आईटी, फार्मास्यूटिकल्स में $40 बिलियन से अधिक का निवेश किया है।
ओडिशा रेल हादसे पर जताया दुख
एंटनी ब्लिंकन ने ओडिशा में हुए रेल हादसे पर भी दुख जताया और कहा-'मैं संयुक्त राज्य अमेरिका की ओर से उड़ीसा में भयानक ट्रेन दुर्घटना के पीड़ितों के प्रति फिर से अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं। मुझे दुर्घटना के तुरंत बाद अपने मित्र डॉ. एस जयशंकर से बात करने का अवसर मिला था। हम उनके साथ खड़े हैं, भारत के लोग इस मानवीय त्रासदी से उबर रहे हैं।'
दोनों तरफ गजब का उत्साह
अमेरिका में भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने कहा कि पीएम मोदी की यात्रा को लेकर दोनों तरफ गजब का उत्साह है। उन्होंने कहा-हम राष्ट्रपति बाइडेन के निमंत्रण पर पीएम मोदी की अमेरिका की ऐतिहासिक राजकीय यात्रा से एक सप्ताह दूर हैं। जैसा कि आप देख सकते हैं दोनों तरफ जबरदस्त उत्साह है। हमारे पीएम हमारे स्वतंत्र इतिहास में केवल तीसरे भारतीय नेता हैं जिन्हें अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा राजकीय यात्रा का सम्मान दिया गया है। वह दो बार अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित करने वाले एकमात्र भारतीय नेता बन जाएंगे।
दोस्ती,विश्वास और संबंधों का प्रतिबिंब
वाशिंगटन डीसी में यूएस-इंडिया बिजनेस काउंसिल (यूएसआईबीसी) के अध्यक्ष अतुल केशप ने कहा-ये अमेरिका और भारत के लोगों के बीच दोस्ती,विश्वास और संबंधों का प्रतिबिंब है। यह एक वास्तविक सम्मान है जो वैश्विक मामलों में भारत के बढ़ते महत्व और हमारे दोनों देशों के बीच गहरे होते संबंधों को रेखांकित करता है।(इनपुट-ANI)