वॉशिंगटन: अमेरिका की सियासत में इन दिनों कुछ ऐसा हो रहा है कि देश के राष्ट्रपति जो बाइडेन को ‘शर्मिंदगी’ महसूस हो रही है। दरअसल, रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से दावेदार केविन मैकार्थी को प्रतिनिधि सभा का स्पीकर चुने जाने के लिए बुधवार को भी मतदान हुआ लेकिन केविन को उसमें कामयाबी नहीं मिल सकी। सिर्फ इतना ही नहीं, रिपब्लिकन पार्टी के सदस्य अफरा-तफरी के इस माहौल को खत्म करने के लिए कोई नयी रणनीति बनाने में भी नाकाम रहे।
हार मानने को तैयार नहीं हैं केविन
केविन को चौथे, पांचवे और छठवें चरण के मतदान में भी पर्याप्त संख्याबल नहीं मिला, लेकिन वह हार मानने के लिए तैयार नहीं हैं। केविन को जीत के लिए 218 वोट चाहिए लेकिन उन्हें 216-214 वोट ही मिल सके। केविन ने अपने सहयोगियों के साथ देर रात बैठक की और उसके बाद कहा, ‘कोई समझौता नहीं हुआ, लेकिन काफी प्रगति हुई।’ रिपब्लिकन पार्टी के सदस्यों ने केविन को इस बड़े पद पर पहुंचाने के लिए कई बार मतदान किया, लेकिन हर बार वही नतीजा सामने आया।
‘यह काफी शर्मिंदा करने वाला है’
बता दें कि पिछले 100 सालों के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ है जब पहले चरण के मतदान में प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष यानी कि सदन के स्पीकर का चुनाव नहीं हो सका। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने केंटुकी में एक कार्यक्रम के लिए रवाना होते हुए व्हाइट हाउस में इस बात के लिए शर्मिंदगी का इजहार किया। उन्होंने कहा कि ‘सदन के हालात पूरी दुनिया देख रही है। मुझे लगता है कि इसमें काफी वक्त लग रहा है और यह काफी शर्मिंदा करने वाला है।’