वाशिंगटन: अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने मंगलवार को डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की आधिकारिक उम्मीदवारी हासिल कर ली। इसी के साथ वह देश की एक बड़ी राजनीतिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति चुनाव का टिकट पाने वाली पहली भारतीय-अफ्रीकी महिला बन गई हैं। हैरिस (59) का नवंबर में होने वाले आम चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति तथा रिपब्लिकन पार्टी के प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रंप से मुकाबला होगा। गत शुक्रवार को हैरिस को सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी ने आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया था।
राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर हुए बाइडेन
हैरिस ने तब कहा था, ‘‘मैं अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक उम्मीदवार बनने पर गौरवान्वित हूं। मैं अगले सप्ताह आधिकारिक रूप से नामांकन स्वीकार करूंगी। यह अभियान लोगों को देश प्रेम से प्रेरित होकर एकजुट होने और सर्वश्रेष्ठ के लिए लड़ने के बारे में है।’’ पिछले महीने राष्ट्रपति जो बाइडेन ने आगामी चुनाव में राष्ट्रपति पद की दौड़ से बाहर होने की घोषणा की थी, जिसके बाद भारतीय मूल की उपराष्ट्रपति हैरिस को सत्तारूढ़ डेमोक्रेटिक पार्टी का 2024 का राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया गया था।
हैरिस के पक्ष में डेलीगेट ने किया मतदान
डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन के डेलीगेट के पांच दिवसीय ऑनलाइन मतदान के बाद हैरिस की उम्मीदवारी की आधिकारिक घोषणा की गई। पार्टी ने मध्यरात्रि से पहले जारी किए एक बयान में कहा कि 99 फीसदी डेलीगेट ने हैरिस के पक्ष में मतदान किया। देशभर के 4,567 डेलीगेट ने हैरिस के लिए वोट डाला। हैरिस अब अपना नामांकन आधिकारिक रूप से स्वीकार करेंगी। इसी के साथ हैरिस अमेरिका की प्रमुख राजनीतिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का टिकट हासिल करने वाली पहली भारतीय-अफ्रीकी महिला बन गई हैं। वह रिपब्लिकन या डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी भी बनी हैं।
कमला के बारे में जानें
कमला हैरिस का जन्म कैलिफोर्निया के ओकलैंड में 20 अक्टूबर 1964 को श्यामला गोपालन और डोनाल्ड हैरिस के घर हुआ था। गोपालन 19 वर्ष की आयु में भारत से अमेरिका आ गई थीं। वह स्तन कैंसर वैज्ञानिक थीं, जबकि डोनाल्ड हैरिस स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय में प्रोफेसर थे। डोनाल्ड मूल रूप से जमैका से थे। कमला हैरिस ने 2010 में सरकारी अटॉर्नी जनरल बनने से पहले बे एरिया में एक अभियोजक के रूप में काम किया और वह 2016 में सीनेटर चुनी गईं। (भाषा)
यह भी पढ़ें:
हिंदू मंदिरों पर हुए हमले, कैसे हैं हालात; बांग्लादेश में चल क्या रहा है जनिए इस रिपोर्ट में
Bangladesh Political Crises: बांग्लादेशी सेना के संपर्क में है भारत, शेख हसीना की करेंगे मदद