नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने सोमवार को यूक्रेन की औचक यात्रा की भनक किसी को नहीं लगने दी थी। हालांकि उन्होंने इसके लिए गुप्त प्लानिंग की थी। अमेरिका से यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचने के लिए जो बाइडन ने करीब 23 घंटे का सफर किया। इस दौरान उन्होंने 10 घंटे तक ट्रेन से यात्रा की। मगर इसकी जानकारी किसी को नहीं होने दी। कीव पहुंचने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ने जेलेंस्की से मुलाकात करके उन्हें 500 मिलियन डॉलर का अतिरक्त रक्षा पैकेज दिया। साथ ही रूस को यह संदेश दिया कि यूक्रेन के साथ अमेरिका हमेशा खड़ा रहेगा। रूस उसे कमजोर समझने की गलती नहीं करे।
आधी रात बाद 3.30 बजे ह्वाइट हाउस से हुए रवाना
अमेरिकी राष्ट्रपति के वाहनों का काफिला रविवार को आधी रात के बाद करीब साढ़े तीन बजे व्हाइट हाउस से चुपके से निकला और यूक्रेन जाने के लिए जो बाइडन ने ‘एयर फोर्स वन’ विमान की जगह एयर फोर्स सी-32 विमान का इस्तेमाल किया। ताकि किसी को उनके कीव जाने की भनक न लग सके। ‘एयर फोर्स सी-32’ का इस्तेमाल सामान्य तौर पर घरेलू यात्राओं के लिए किया जाता है। व्हाइट हाउस से निकलने के कुछ घंटों बाद बाइडन यूक्रेन की राजधानी कीव में नजर आए। राष्ट्रपति के रूप में किसी युद्धग्रस्त क्षेत्र में बाइडन की यह पहली यात्रा है। इससे पहले उनके पूर्ववर्ती राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, बराक ओबामा और जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने अपने-अपने कार्यकाल में अफगानिस्तान और इराक की औचक यात्राएं की थीं।
23 घंटे की यात्रा में 10 घंटे ट्रेन से किया सफर
कीव पहुंचने के लिए बाइडन ने कुल 23 घंटे की यात्रा की। इस दौरान उन्होंने 10 घंटे तक ट्रेन से भी सफर किया। इससे समझा जा सकता है कि बाइडन की प्लानिंग कितनी अधिक गुप्त थी। यह अमेरिका के आधुनिक इतिहास की पहली ऐसी घटना है, जब यूएस का कोई नेता ऐसे किसी युद्धक्षेत्र में गया हो, जहां अमेरिकी सेना की मौजूदगी नहीं हो। व्हाइट हाउस ने बताया कि इस यात्रा में जोखिम था, भले ही रूस को इसकी जानकारी दे दी गई थी। बाइडन ने जिस एयर फोर्स सी-32 विमान से यात्रा की उसे ईंधन भरने के लिए जर्मनी में रोका गया, जहां वह विमान से नहीं उतरे। इसके बाद वह पोलैंड के ज़ेज़ॉ से ट्रेन में सवार हुए और 10 घंटे की रातभर की यात्रा के बाद सोमवार को कीव पहुंचे। अमेरिका के राजदूत ब्रिडगेट ब्रिंक ने उनका स्वागत किया और उनके वाहनों का काफिला यूक्रेनी राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास मैरीन्स्की पैलेस के लिए रवाना हो गया। इस बीच, कीव की कई अहम सड़कों की बिना कोई जानकारी दिए घेराबंदी कर दी गई। बाइडन के साथ इस यात्रा पर सुलिवन समेत चुनिंदा नेता एवं अधिकारी ही गए और केवल दो पत्रकारों को उनके साथ जाने की अनुमति दी गई, जबकि आमतौर पर 13 पत्रकारों का दल राष्ट्रपति के साथ जाता है।
5 घंटे यूक्रेन में रहे अमेरिकी राष्ट्रपति
राष्ट्रपति की लिमोजीन के बजाय सफेद एसयूवी में सवार बाइडन 5 घंटे तक यूक्रेन के शहर में कई स्थानों पर रुके, लेकिन इस दौरान यूक्रेन की जनता को यह जानकारी नहीं दी गई कि अमेरिकी राष्ट्रपति उनके बीच हैं। बहरहाल, उनकी मौजूदगी की खबर उनके पोलैंड लौटने से पहले फैल गई, जबकि मूल योजना के अनुसार, उनकी यात्रा की जानकारी उनके पोलैंड जाने के बाद दी जानी थी। इससे पहले कई पश्चिमी अधिकारी यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के प्रति एकजुटता दिखाने के लिए कीव का दौरा कर चुके हैं। अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने सोमवार को बताया कि पोलैंड की राजधानी वॉरसॉ की निर्धारित यात्रा और ‘प्रेसिडेंट डे’ की छुट्टी ने बाइडन को कीव की यात्रा का अवसर दिया।
रूस को बता दिया था बाइडन जाएंगे कीव
सुलिवन बताया कि व्हाइट हाउस और अमेरिका की विभिन्न राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी के अधिकारियों का एक छोटा समूह इस यात्रा के लिए महीनों से गोपनीय तरीके से काम कर रहा था और बाइडन ने शुक्रवार को इसके लिए हरी झंडी दे दी। सुलिवन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने रूस को बता दिया था कि राष्ट्रपति बाइडन कीव जाएंगे।’’ उन्होंने बताया कि यह इस तरह की किसी स्थिति से बचने के लिए किया गया जो दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच सीधे संघर्ष की आशंका पैदा करती हो। यूक्रेन पर रूस के हमले के एक साल पूरा होने से कुछ दिन पहले यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से मुलाकात के लिए बाइडन की इस यात्रा को एकजुटता दिखाने के कदम के तौर पर देखा जा रहा है।
यह भी पढ़ें...
समुद्र की सनसनी बना इजरायल और UAE का यह मानव रहित पोत, दोनों देशों ने संयुक्त रूप से किया है विकसित