वाशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा कि अमेरिका विश्व में जारी प्रतिस्पर्धा में 'परचम' लहरा रहा है, जबकि उसके प्रतिद्वंद्वी मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। फॉगी बॉटम स्थित अमेरिकी विदेश विभाग के मुख्यालय में विदेश नीति पर बाइडेन ने राष्ट्रपति रहते हुए अपना अंतिम भाषण दिया जिसमें उन्होंने अपने प्रशासन की उपलब्धियों और पिछले चार वर्षों में दुनिया में आए बदलावों पर प्रकाश डाला।
'संकटों का डटकर किया सामना'
जो बाइडेन ने कहा, ‘‘एक नया दौर शुरू हो गया है। इन चार वर्षों में कई संकट आए जिनका हमने डटकर सामना किया। मेरे विचार में, हम इस संकट को दौर में हम पहले से कहीं अधिक मजबूती के साथ उभरे हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था, प्रौद्योगिकी, मानवीय मूल्यों का भविष्य और बाकी बहुत कुछ यह एक तेजी से बढ़ती प्रतिस्पर्धा है (जो चल रही है)। मैं हमारे प्रशासन का आभार व्यक्त करता हूं कि अमेरिका वैश्विक प्रतिस्पर्धा में परचम लहरा रहा है।’’
'मजबूत हुआ है अमेरिका'
बाइडेन ने कहा कि अमेरिका अधिक मजबूत हुआ है, उसके साझेदारों से संबंध भी मजबूत हुए हैं जबकि उसके प्रतिद्वंद्वियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘हमने इसके लिए कोई युद्ध नहीं किया। राष्ट्रपति रहने के दौरान, मैंने हर तरह से अमेरिका की ताकत को बढ़ाया है। हमने अपनी कूटनीतिक ताकत को बढ़ाया और देश के इतिहास में अमेरिका ने अब तक के सबसे अधिक साझेदार बनाए हैं।’’ बाइडेन ने कहा कि उनके और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के पदभार संभालने के बाद से अमेरिका ने ‘‘देश तथा दुनिया में अपनी स्थिति को और मजबूत किया है।’’
'ट्रंप के लिए मजबूत स्थिति'
राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिकी विदेश नीति के उनके नेतृत्व ने अमेरिका को अधिक सुरक्षित और आर्थिक रूप से अधिक सुरक्षित बना दिया है। उन्होंने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप को एक ऐसा राष्ट्र विरासत में मिलेगा जिसे चार साल पहले की तुलना में अधिक मजबूत और विश्वसनीय माना जाता है। (भाषा)
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