इजरायल पर ईरान के मिशाइल हमले के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने जी7 देशों के नेताओं के साथ फोन पर बात की है। इस बातचीत के बाद ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है। इसके साथ ही आगे की कार्रवाई पर चर्चा हुई। बाइडन ने साफ किया कि अमेरिका इजरायल की सुरक्षा को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी देते हुए लिखा "आज सुबह मैंने फोन पर जी7 नेताओं के साथ इजरायल के खिलाफ ईरान के अस्वीकार्य हमले पर चर्चा की और नए प्रतिबंधों सहित इस हमले की प्रतिक्रिया पर चर्चा की। मैंने इजरायल की सुरक्षा के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की दृढ़ प्रतिबद्धता की फिर से पुष्टि की।"
व्हाइट हाउस की तरफ से इस फोन कॉल की पुष्टि करते हुए कहा गया "आज, राष्ट्रपति बाइडन जी7 नेताओं के साथ एक कॉल में शामिल हुए। उन्होंने इजरायल के खिलाफ ईरान के अस्वीकार्य हमले पर चर्चा की और नए प्रतिबंधों सहित इस हमले के जवाब पर समन्वय किया। राष्ट्रपति बाइडन और जी7 नेताओं ने इजरायल के खिलाफ ईरान के हमले की स्पष्ट रूप से निंदा की। राष्ट्रपति बाइडन ने इजरायल और उसके लोगों के प्रति संयुक्त राज्य अमेरिका की पूर्ण एकजुटता और समर्थन व्यक्त किया और इजरायल की सुरक्षा के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका की दृढ़ प्रतिबद्धता की पुष्टि की।"
परमाणु स्थलों पर इजराइली हमले का समर्थन नहीं करेंगे बाइडन
बाइडन पहले ही साफ कर चुके हैं कि वह ईरान के परमाणु कार्यक्रम से संबंधित स्थलों पर इजराइल के किसी हमले का समर्थन नहीं करेंगे। बाइडन से बुधवार को जब पूछा गया कि ईरान ने मंगलवार को इजराइल पर लगभग 180 मिसाइल दागी हैं, क्या वह इस तरह की जवाबी कार्रवाई का समर्थन करेंगे तो उन्होंने कहा, ‘‘इसका जवाब ना है।’’ बाइडन ने यह टिप्पणी ऐसे समय की है जब उनके और जी-7 के अन्य नेताओं ने बुधवार को ईरान के खिलाफ नए प्रतिबंधों के समन्वय पर फोन पर चर्चा की थी। व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि जी-7 नेताओं ने इजराइल पर ईरान के हमले की स्पष्ट रूप से निंदा की और बाइडन ने अमेरिका की ओर से इजराइल और उसके लोगों के प्रति पूर्ण एकजुटता और समर्थन की बात दोहराई। इस बीच, अमेरिकी प्रशासन ने संकेत दिया है कि उसने इजराइल से आग्रह किया है कि वह मंगलवार के मिसाइल हमले का जवाब देने में संयम बरते।